डुमरांव के ऐतिहासिक बांके बिहारी मंदिर का छत टूटकर गिरा

डुमरांव की हृदयस्थली राजगढ़ परिसर में स्थिति बांके बिहारी मंदिर के छत का एक हिस्सा शुक्रवार को टूटकर गिर गया। हालांकि जिस वक्त छत का हिस्सा टूटकर गिरा उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था। जिससे कोई क्षति नहीं हुई है। बावजूद ऐतिहासिक व प्राचीन मंदिर के इस हालत पर श्रद्धालुओं में मायूशी छाई है। इसकी जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग उसे देखने पहुंचे। लोगों ने इसके संरक्षण की मांग की है।

डुमरांव के ऐतिहासिक बांके बिहारी मंदिर का छत टूटकर गिरा

- राजगढ़ परिसर में स्थित है बांके बिहारी मंदिर, राज परिवार में सैकड़ो वर्ष पहले कराया था निर्माण

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव की हृदयस्थली राजगढ़ परिसर में स्थिति बांके बिहारी मंदिर के छत का एक हिस्सा शुक्रवार को टूटकर गिर गया। हालांकि जिस वक्त छत का हिस्सा टूटकर गिरा उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था। जिससे कोई क्षति नहीं हुई है। बावजूद ऐतिहासिक व प्राचीन मंदिर के इस हालत पर श्रद्धालुओं में मायूशी छाई है। इसकी जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग उसे देखने पहुंचे। लोगों ने इसके संरक्षण की मांग की है।

बता दें कि यह मंदिर डुमरांव ही नहीं बल्कि जिले का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। इसकी बनावट, नक्काशी आज भी आकर्षक है तथा दूसरे प्रदेशों के श्रद्धालुओं को भी अपनी ओर आकर्षित करता है। राजगढ़ परिसर स्थित इस मंदिर को देखने के लिए लोग दूर दराज से आते है। भारत रत्न उस्ताद विस्मिल्लाह खां इसी मंदिर से शहनाई की फनकारी सिखे थे। यह मंदिर डुमरांव राज परिवार के समृद्धि व मंदिर प्रेम का द्योतक भी है।

जहां हर साल विजयादशमी व श्रीकृष्णजन्माष्टमी पर आयोजित होने वाले जलसे में राजपरिवार शामिल होता है। यह मंदिर शहर वासियों के श्रद्धा व विश्वास का अटूट केंन्द्र भी है। यही कारण है कि मंदिर का छत टूटने से लोगों में मायूशी छाई है। लोगों ने इस ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की मांग की है।