रेवतीपुर ब्लॉक में निपुण भारत मिशन के तहत 381 शिक्षकों का बुनियादी भाषा और गणित पर प्रशिक्षण संपन्न

सेवराई। रेवतीपुर ब्लॉक संसाधन केंद्र के प्रशिक्षण सभागार में शुक्रवार को निपुण भारत मिशन के तहत छात्रों में बुनियादी भाषा और गणित के कौशल विकास पर आधारित ब्लॉक स्तर के शिक्षकों के चौथे और अंतिम बैच का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा हुआ। इस अंतिम बैच में 81 शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया गया।

रेवतीपुर ब्लॉक में निपुण भारत मिशन के तहत 381 शिक्षकों का बुनियादी भाषा और गणित पर प्रशिक्षण संपन्न

केटी न्यूज़/ सेवराई

सेवराई। रेवतीपुर ब्लॉक संसाधन केंद्र के प्रशिक्षण सभागार में शुक्रवार को निपुण भारत मिशन के तहत छात्रों में बुनियादी भाषा और गणित के कौशल विकास पर आधारित ब्लॉक स्तर के शिक्षकों के चौथे और अंतिम बैच का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा हुआ। इस अंतिम बैच में 81 शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया गया। कुल 381 शिक्षकों का यह प्रशिक्षण 29 अगस्त से शुरू हुआ था, जिसमें चार बैच में 50-50 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।

प्रशिक्षण में, शिक्षकों को बताया गया कि कैसे गतिविधियों के माध्यम से छात्रों में बुनियादी कौशल को विकसित किया जा सकता है। साथ ही, प्रोजेक्टर और अन्य उपकरणों का उपयोग करके कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों को भाषा और गणित में दक्ष बनाने के लिए सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सिखाया गया। इसके अलावा, 2025-26 तक बच्चों में बुनियादी दक्षताओं को विकसित करने के मिशन के बारे में भी जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण के समापन पर बीईओ अशोक कुमार गौतम ने कहा कि इस प्रशिक्षण से शिक्षकों को बुनियादी कौशल विकास में काफी मदद मिल रही है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे 'आधार शिला' और 'निपुण लक्ष्य' ऐप का उपयोग करके छात्रों को शत-प्रतिशत दक्ष बनाने का लक्ष्य प्राप्त करें। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत हर छात्र का अधिकार है कि वह बुनियादी भाषा और गणित के कौशलों को सीखे, और इस दिशा में शिक्षकों को बिना किसी रुकावट के कार्य करना होगा।

बीईओ ने शिक्षकों को साप्ताहिक शिक्षण चक्र के साथ अनुदेशात्मक, रेमेडियल कार्यों और आकलन पर जोर देने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण शिक्षकों को बुनियादी भाषा और गणित के कौशलों में सुधार करने के लिए है, ताकि वे अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें। इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण अधिकारी और शिक्षक भी मौजूद रहे।