कैंब्रिज स्कूल में आयोजित हुआ कला एवं विज्ञान मेला, बच्चों की प्रतिभा ने मोहा मन
शनिवार को स्थानीय कैंब्रिज स्कूल में कला एवं विज्ञान मेला का भव्य आयोजन किया गया। विद्यालय के चेयरमैन टी.एन. चौबे एवं प्रधानाध्यापक ने दीप प्रज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विद्यालय के नन्हें-मुन्नों से लेकर सीनियर छात्रों तक ने अपनी वैज्ञानिक सोच और कला प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। चेयरमैन श्री चौबे ने कहा कि कल्पना ज्ञान से अधिक शक्तिशाली है और जीवन स्वयं एक प्रयोगशाला है।

केटी न्यूज/डुमरांव
शनिवार को स्थानीय कैंब्रिज स्कूल में कला एवं विज्ञान मेला का भव्य आयोजन किया गया। विद्यालय के चेयरमैन टी.एन. चौबे एवं प्रधानाध्यापक ने दीप प्रज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विद्यालय के नन्हें-मुन्नों से लेकर सीनियर छात्रों तक ने अपनी वैज्ञानिक सोच और कला प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। चेयरमैन श्री चौबे ने कहा कि कल्पना ज्ञान से अधिक शक्तिशाली है और जीवन स्वयं एक प्रयोगशाला है।
पहला प्रयोग कल्पना में होता है और वही धरातल पर उतरकर वास्तविकता बनता है। कैंब्रिज स्कूल के बच्चों ने आज अपनी कल्पनाशीलता और मेहनत से इसे सिद्ध किया है। उन्होंने बच्चों से उनके मॉडल्स और प्रोजेक्ट्स पर बातचीत कर उनकी हौसला अफजाई की। कार्यक्रम में नर्सरी से कक्षा 6 तक के बच्चों ने फ्रूट्स व सब्जियों के मॉडल, कच्चा मकान, फ्लावर पॉट, स्मार्ट ग्लास फॉर ब्लाइंड, स्मार्ट सिटी, हाइड्रोलिक ब्रिज, भूकंप अलार्म जैसे आकर्षक मॉडल्स बनाए।
बच्चों की कलाकृतियों में मिट्टी, थर्माेकोल और माचिस की तीलियों से बने घर, डेकोरेटिव आइटम और मिनी वॉटरफॉल दर्शकों को खूब भाए। वहीं कक्षा 7 से 9 तक के छात्रों ने अपने मॉडल्स में आधुनिक तकनीक का परिचय दिया। वेल्डिंग मशीन, डे-नाइट मॉडल, फायर एक्सटिंग्विशर, लेजर सिक्योरिटी सिस्टम, एनर्जी एफिशिएंट स्मार्ट सिटी, कार्बन प्यूरीफिकेशन, हाइड्रोलिक क्रेन, रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे विषयों पर तैयार प्रोजेक्ट्स उनकी वैज्ञानिक समझ और जिज्ञासा को प्रदर्शित कर रहे थे।
’ सीनियर छात्रों की उच्चस्तरीय प्रस्तुतिरू
कक्षा 9 से 11 तक के छात्रों ने एयर पॉल्यूशन कंट्रोल, ह्यूमन हार्ट वर्किंग मॉडल, ड्रोन, टेस्ला कॉइल, रोबोटिक आर्म, हाइपरलूप ट्रेन, वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, ह्यूमन एम्ब्रायोलॉजी, चंद्रयानदृप्प्प् और स्टॉक मार्केट मॉडल जैसे उन्नत प्रोजेक्ट्स पेश किए, जिन्हें अभिभावकों और शिक्षकों ने खूब सराहा। विज्ञान प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ बच्चों की कला प्रदर्शनी ने भी सबका मन मोह लिया। छात्रों ने पेंसिल व रंगों से हनुमान की 3क् इमेज, राधा-कृष्ण, दुर्गा, गणेश, प्राकृतिक दृश्य, कार्टून और एनिमी कैरेक्टर जैसी अद्भुत कलाकृतियाँ बनाईं। अभिभावक बच्चों की कल्पनाशीलता और बारीक कलात्मक कार्य देखकर मंत्रमुग्ध हो गए।
-- कार्यक्रम में यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने इस आयोजन में हिस्सा लिया, जिनमें अंशिका, शिक्षा, शिवन्या, आरोही, प्रिया, अंशिका ऋतुराज, समर, उज्जवल, आदित्य, आकाश, पीयूष, श्रेया, श्रेयांश, उत्कर्ष, अभिनंदन, नैनिका, अयांश, स्नेहा, अदिति, आराध्या, हिमांशु, रूद्र राय, हर्षित, शंभवी, मानसी, प्रखर प्रकाश आदि प्रमुख रहे। तो वहीं मेले को सफल बनाने में विद्यालय के एन.के. पाण्डेय, विवेक कुमार, शोभनाथ तिवारी,
सियाराम द्विवेदी, अजय ओझा, कंचन कुमारी, अनुप्रिया कुमारी समेत दर्जनों शिक्षकों का विशेष योगदान रहा। महिला शिक्षिकाओं में आरती, मनीषा, रचना, मानसी, निवेदिता, श्वेता, आकांक्षा, सलोनी, पल्लवी, प्रिया, जेबा, ऋचा, प्रियांजली, साक्षी, अर्पिता, अनुराधा, रागिनी सिंह आदि ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।