एमडीजे स्कूल के 15वें वार्षिकोत्सव में छात्रों ने बिखेरा जलवा फिल्मी जगत के सितारों ने कार्यक्रम में लगाए चार चांद
छात्रों ने नारी शिक्षा, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ भारत संगीत नृत्य के माध्यम समाज को जागरूक करने का किया प्रयास
केटी न्यूज़। नावानगर
एमडीजे पब्लिक स्कूल सोनवर्षा में 15वां वार्षिकोत्सव रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया गया। जिसमें छात्रों ने एक से बढ़कर एक गीत संगीत एवं रिकार्डिंग गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं भोजपुरी लोक गायक छोटू छलिया, विष्णु शंकर ओझा, नेहा सिंह निष्ठा एवं सोनी पांडे ने देवी गीत गाकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। वहीं विद्यालय के छात्रों ने सरस्वती वंदना से सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया उसके बाद स्वागत गीत एवं नृत्य पर छात्रों ने ऐसा समां बांधा कि लोग अपनी जगह से टस से मस नहीं हुए।
छात्रों ने अपने पिटारे से जय जय शिव शंकर, शिव तांडव, स्कूल चले हम, हम बच्चे नादान, सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी, कट आन आई रीमिक्स इंग्लिश डांस समेत अनेकों गीत-संगीत व नृत्य प्रस्तुत किए। वही छात्र छात्राओं ने संगीत एवं नृत्य के माध्यम नारी शिक्षा, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ भारत समेत अन्य पर समाज को जागरूक करने का प्रयास किया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष विद्या भारती एवं विद्यालय के
निदेशक डॉ नंद कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद सभी आगंतुकों एवं भोजपुरी लोक गायकों को विद्यालय के डायरेक्टर ने सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधन में उद्घाटनकर्ता जिप अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह के आयोजन से समाज में जागरूकता आती है। बच्चों का मानसिक एवं बौद्धिक विकास तो होता ही है।
साथ ही साथ कला के क्षेत्र में भी बच्चों को कैरियर निर्माण का सुअवसर प्राप्त होता है। भोजपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहम्मद अहसन ने अपने संबोंधन में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस तरह का विद्यालय बहुत कम देखने को मिलता है जहां पर सभी अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर टैलेंटेड शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं होनहार छात्र हो।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरीय शिक्षक मुन्ना कुमार ने किया। मौके पर मेजर राणा प्रताप सिंह, श्याम बाबू सिंह, पंकज कुमार सिंह उर्फ मंटू जी, राणा प्रताप सिंह, डॉक्टर विश्वनाथ शाह के अलावा विद्यालय के प्राचार्य ए के घोष, शिक्षक चंदन कुमार, शंकर दयाल सिंह समेत सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टांप मौजूद थे।