राइजिंग सन इंटरनेशनल स्कूल डुमरांव में नन्हें वैज्ञानिकों द्वारा वायु प्रदूषण रोकने की तकनीक दंग रह गये अतिथी व अभिभावक
रविवार को राइजिंग सन इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया। बच्चों के सोच व कौशल ने सबको हैरत में डाल दिया। नन्हें वैज्ञानिकनों ने जल संरक्षण, वायु प्रदूषण रोकथाम, कृषि व पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेक मॉडल प्रस्तुत किये। कृषि को और लाभकारी बनाने के साथ पर्यावरण को नुकसान से बचाने के विभिन्न तरीके छात्रों ने अपनी शैली में विकसित कर दिखायी।
- विज्ञान प्रदशनी में छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण व वाटर सेव के पेश किए नमूने
- छात्रों ने मॉडल बनाकर अतिथियों को किया आश्चर्यचकित
- बिना विज्ञान के इंसान के जिंदगी में कुछ भी संभव नहीं - थानाध्यक्ष
केटी न्यूज/डुमरांव
रविवार को राइजिंग सन इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया। बच्चों के सोच व कौशल ने सबको हैरत में डाल दिया। नन्हें वैज्ञानिकनों ने जल संरक्षण, वायु प्रदूषण रोकथाम, कृषि व पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेक मॉडल प्रस्तुत किये। कृषि को और लाभकारी बनाने के साथ पर्यावरण को नुकसान से बचाने के विभिन्न तरीके छात्रों ने अपनी शैली में विकसित कर दिखायी। कौशल प्रदूषण मुक्त भारत के निर्माण की सोच को प्रदर्शनी में बच्चों ने प्रमुखता से रखा। जिसमें भूकंपरोधी शहर का नक्शा बच्चों ने पेश कर वाहवाही लूटी। प्रदर्शनी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट चुंबकीय गाड़ी, धुआं रहित गाड़ी जैसे कठिन उपकरणों का माडल बना सबको चौंका दिया। प्रदर्शनी का उद्घाटन डुमरांव थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत, स्कूल के डायरेक्टर ब्रह्मा ठाकुर, प्रधानाचार्य एस वेंकटेशन ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। मौके पर वर्तिका, जान्हवी, मुस्कान, अंकिता, शबनम, नाव्या, साहिरा, आशीष पांडेय, सोनू, अंशुमान, रौशन, अमन, भविष्य, ऋषभ, संदीप, अमूल्या, ऋतिका, आर्यन, शाश्वत, अंशिका, भूमिका के अलावे शिक्षक इशाक, सुशोभित, संजय, प्रह्लाद, रामाकांत, ऋषिकेश, विष्णु, पूनम, इंदु सहित अन्य उपस्थित थे।
’ विज्ञान के बिना आज के परिवेश में कुछ भी संभव नही - थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत ने कहा कि गांव से जुड़े बच्चों द्वारा बनाये गये मॉडल को देख कर आश्चर्य चकित हो गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय विज्ञान का है, विज्ञान के बिना कुछ भी संभव नही है। विज्ञान के क्षेत्र में ही विद्यार्थी अच्छी कैरियर बना सकते हैं। विज्ञान से ही विश्व में विभिन्न प्रकार का रिसर्च किया गया है। बदलते परिवेश में विज्ञान युग में लोग उड़ान भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नन्हेें मुन्ने बच्चों में अपार प्रतिभा को निखारने के लिये ही विद्यालय प्रबंधन द्वारा इस प्रर्दशनी का आयोजन किया गया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि छात्रों ने न सिर्फ विज्ञान प्रर्दशनी में विज्ञान का नमुना पेश किया है बल्कि प्रर्यावरण बचाने व वायुमंडल में स्वच्छ हवा के लिए लोगों को जागरूक किया है। साथ ही सेव वाटर के लिए कई तरीके के नमुना पेश किए है वह काफी सराहनीय है। विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन को सराहनीय कदम बताते हुए कहा, इससे बच्चों की प्रतिभा उभरती है।
’ पारंपरिक शिक्षा के साथ ही तकनीकी शिक्षा आज की जरूरत - डायरेक्टर
राइजिंग सन इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर ब्रह्म ठाकुर ने कहा कि शिक्षक व अभिभावक दोनों के प्रयास से ही छात्रों ने विद्यालय में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन कर सका है। छात्रों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने में दोनों का योगदान अहम जरूरी है। उन्होंने ने कहा कि पारंपरिक शिक्षा के साथ ही तकनीकि शिक्षा आज की जरूरत है। जिसकों ध्यान में रखकर विद्यालय परिवार द्वारा नियमित तौर पर ऐसे आयोजन किए जाते हैं। जिससे बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा बाहर आए तथा भविष्य में उन्हें इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि किताबी ज्ञान के अलावा तकनीकि व नैतिक शिक्षा देना उनका पहला उदेश्य है।