राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का होगा आयोजन : डीएम
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता एवं जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह की उपस्थित में मंगलवार को ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ‘ योजनांतर्गत जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। इस दौरान "बेटी बचाओ बेटी पढाओ" योजना पर विस्तार से समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अंर्तविभागीय सहयोग के माध्यम से योजना का प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया।
- ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ‘ के तहत जिला टास्क फोर्स की बैठक
- जिलाधिकारी ने की योजना के विस्तार से समीक्षा की व प्रचार- प्रसार का निर्देश दिया
केटी न्यूज/गाजीपुर : जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता एवं जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह की उपस्थित में मंगलवार को ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ‘ योजनांतर्गत जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। इस दौरान "बेटी बचाओ बेटी पढाओ" योजना पर विस्तार से समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अंर्तविभागीय सहयोग के माध्यम से योजना का प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कन्या सुमंगला योजना में एलईडी वैन, वाल पेंटिंग एवं अन्य सहयोग के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराते हुए बालिका दिवस (राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी एवं अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्टूबर ) एवं चैत्र नवरात्र के दिन जनपद में नुक्क्ड़ नाटक, मैजिक शो, लीगल अवेयरनेस कैम्प, अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन का निर्देश दिया। बैठक में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ योजनान्तर्गत निदेशालय महिला कल्याण द्वारा निर्धारित ऑनलाइन स्प्रेडशीट पर सूचना अपडेट करने हेतु अर्न्तविभागीय सहयोग पर चर्चा की गयी। जिसमें बताया गया कि आज तक की स्प्रेडसीट अपडेट है।
डीएम ने एंटी रोमियो स्क्वायर्ड को सक्रिय रहने का दिया निर्देश :
जिलाधिकारी ने महिला कल्याण से संबंधित समस्त योजनाओं को समस्त विभागों से इकठ्ठा कर ग्राम पंचायत स्तर पर कैंप के माध्यम से महिलाओं एंव बालिकाओं को जागरूक करने का निर्देश दिया। कहा कि ग्राम स्तर पर लगाये गये कैम्प में पुलिस विभाग की उपस्थित अवश्य रहे। इसके लिए जहां जहां कैम्प का आयोजन हो, वहां पुलिस विभाग को अवश्य सूचित किया जाये। उन्होेंने जनपद में एंटी रोमियो स्क्वायर्ड की सक्रियता की जानकारी ली तथा एंटी रोमियो स्क्वायर्ड को सक्रिय रहने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने हेतु समस्त ब्लाॅकों में महिला शक्ति केन्द्र द्वारा समूह की महिलाओं एवं आगनबाड़ी कार्यकत्री, शिक्षिकाओं को भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए जागरूक करने के साथ डायग्नोस्टिक सेन्टर पर जांच कर यह पता लगाया जाये कि कहीं यहां लिंग परिक्षण तो नहीं हो रहा है। इसके लिए लोगों में प्रचार-प्रसार के साथ मुखबिर को अलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी ने ड्राॅप आउट किशारियों के चिह्नित करते हुए उनके अभिभावको को उनकी शिक्षा पूरी करने हेतु अभियान चलाकर व ड्राॅपआउट किशोरियों की शिक्षा को नियमित करने पर चर्चा की गयी। इसी क्रम में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समेकित बाल संरक्षण योजनान्तर्गत गठित जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक सम्पन्न हुई।