'ब्लू व्हेल चैलेंज मोबाइल गेम' नाम तो सुना होगा.?
एक बार फिर 8 साल बाद ये जानलेवा 'ब्लू व्हेल चैलेंज' मोबाइल गेम चर्चा में है।
केटी न्यूज़/दिल्ली
'ब्लू व्हेल चैलेंज' मोबाइल गेम के बारे में अपने सुना होगा।इस गेम ने 8 साल पहले अपने चैलेंजेस से कितने लोगों की सांसें छीन ली थी।अब एक बार फिर 8 साल बाद ये जानलेवा 'ब्लू व्हेल चैलेंज' मोबाइल गेम चर्चा में है। एक भारतीय छात्र की इस मोबाइल गेम की वजह से मौत का मामला सामने आया है।भारतीय छात्र की अमेरिका में मौत हो गई है।यह मामला मार्च का बताया जा रहा है जिसकी जांच पड़ताल में अप्रैल में इसका खुलासा हुआ।हालांकि अभी भी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
अमेरिका के मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले 20 वर्षीय भारतीय छात्र का शव यूनिवर्सिटी के पास के जंगल में मिला था।मौत की जांच आत्महत्या के एंगल से की जा रही है।पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्र ने 2 मिनट तक सांसें रोक कर रखी थी।जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।ऐसे खतरनाक चैलेंज ब्लू व्हेल मोबाइल गेम के ही हो सकते है।जिसमें छात्र को सांस रोकने का चैलेंज मिला होगा।
कई देशों ने लगाया था प्रतिबंध
साल 2016 में इस गेम पर कई देशों में प्रतिबंध लगा दिया गया था या फिर इस गेम को लेकर एडवाइजरी जारी की गई थी।भारत सरकार ने भी इस ब्लू व्हेल चैलैंज गेम के लिए एक एडवाइजरी साल 2017 में जारी की थी।तब आईटी मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में इसे एक सुसाइड गेम कहा था।इस से बच्चों को खास तौर पर टीनएजर्स को दूर रहने के लिए कहा गया था।
क्या है 'ब्लू व्हेल' गेम
ब्लू व्हेल चैलैंज एक सुसाइडल मोबाइल गेम है, जिसमें खेलने वालों को प्रतिद्वंदी की तरफ से कुछ चैलेंज दिए जाते हैं।ये टास्क काफी मुश्किल होते हैं। जिसमें खेलने वालों की जान भी चली जाती है।इस गेम में कुल 50 लेवल होते है।जिसे पार करने के बाद ही गेम विन का फैसला होता है।ब्लू व्हेल चैलेंज गेम की वजह से मौत का पहला मामला नवंबर 2015 में आया था।जिसमें रूस के एक टीनएजर ने आत्महत्या की थी।