ग्रीटिंग कार्ड की रौनक गायब, इंटरनेट, मोबाइल से न्यू ईयर सेलिब्रेट करेंगे युवा
- नवंबर से ही दुकानों में सजे है ग्रीटिंग कार्ड, मंदी से परेशान है दुकानदार
केटी न्यूज/डुमरांव
नये साल के आने में अब महज शेष दिन ही रह गये है। डुमरांव के मंडियों में ग्रीटिंग कार्ड की दुकानें नवंबर माह से ही सज गयी है लेकिन आधुनिक दौर में बधाई देने का तरीका भी तेजी से बदलने लगा है। सोशल मीडिया के द्वारा युवा पीढ़ी न्यू ईयर सेलिब्रेट करने की तैयारी करने में जुट गये है। नववर्ष पर ग्रीटिंग कार्ड देना अब बीते दिनों की बात हो गयी है। ग्रीटिंग कार्ड के दुकानों पर खरीदार नही पहुंच रहे है। ग्रीटिंग की रौनक गायब होने लगी है
जिस वजह से इस धंधे में शामिल दुकानदार हताश और परेशान नजर आ रहे है। एक समय था जब नव वर्ष के आगमन से एक महीने पहले ही शहर के सभी मंडियों में ग्रीटिंग कार्ड की बिक्री होने लगती थी लेकिन अब नई पीढ़ी के साथ पुरानी पीढ़ी भी अपने रिश्तेदारों, प्रियजनों और दोस्तो को न्यू ईयर की शुभकामनाएं भेजने के लिए अपना नया जरिया इंटरनेट-मोबाइल के माध्यमों को बना लिया। इस वर्ष भी लोग बधाई देने के लिए इसके इस्तेमाल में दिलचस्पी दिखा रहे है।
इस धंधे के कारोबारी मनीष कुमार, आदित्य कुमार, राजकुमार, पिंटू जायसवाल ने बताया कि ग्रीटिंग की बिक्री दो माह पहले से ही शुरू हो जाती थी लेकिन क्रिसमस और नये साल की बधाई संदेश लोग मोबाइल के जरिये ही देना पसंद कर रहे है। युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने से ग्रीटिंग की उत्सुकता खत्म हो गयी है।
पहले लोग होली, दीपावली और ईद में भी शुभकामना संदेश ग्रीटिंग की खरीदारी करते थे। ग्रीटिंग कार्ड देकर लोग एक-दूसरे के प्रति अपनापन का इजहार करते थे लेकिन अब ना तो लोगों के पास इतना समय है और नाही इतना प्यार। वहीं युवा शिवम कुमार, रवि कुमार, काजल कुमारी, ट्विंकल कुमारी, स्नेहा की माने तो ग्रीटिंग कार्ड की कीमत अधिक होने और पहुंचने में भी काफी वक्त लगता है। सोशल मीडिया पर मैसेज की सुविधा बेहद सस्ती एवं सुलभ है।
इससे समय की बचत भी होती है और स्वयं भी आसानी होती है। इसके द्वारा एक समय मे सैकड़ो लोगों को बधाई भेज सकते हैं। कई बार भेजे गये ग्रीटिंग कार्ड डाकघरों में ही रह गये। समय पर ग्रीटिंग पहुंचाना पोस्टमैन के लिए चुनौती बन जाती है। सोशल मीडिया में न्यू ईयर की संदेश देने का क्रेज बढ़ा है।