शव दफनाने को लेकर पुलिस व ग्रामीणों के बीच झड़प, विरोध में किया सड़क जाम
- विरोध कर रहे लड़कों की गिरफ्तारी सूचना पर भड़के लोग
- भाकपा-माले के नेतृत्व में सड़क पर उतरे लोग, छह घंटे बाधित रहा तरारी-बिहटा मार्ग
केटी न्यूज/आरा
जिले के तरारी थाना क्षेत्र के बंधवा गांव स्थित श्मशान घाट में अज्ञात व्यक्ति के शव को दफनाने को लेकर सोमवार रात पुलिस और ग्रामीणों में झड़प हो गयी। उसके बाद पुलिस की ओर से जो लड़कों को पकड़ लिया गया। जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और जमकर हंगामा किया गया। मंगलवार की सुबह भाकपा-माले के नेतृत्व में ग्रामीण सड़क पर उतर गये। गुस्साए ग्रामीणों की ओर से बंधवा पुल के पास बांस-बल्ला लगा रोड जाम कर दिया गया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गयी। दो लड़कों की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर तरारी विधायक सुदामा प्रसाद भी समर्थकों के साथ पहुंचे और सड़क पर बैठ गए।
ग्रामीण पकड़े गए लड़कों को तत्काल छोड़ने, शव को दूसरी जगह दफनाने और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। ग्रामीण अज्ञात व्यक्ति की मौत के बाद 72 घंटे से पहले शव दफनाये जाने से भी काफी नाराज थे। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस की ओर से शव दफनाने में कानूनी प्रक्रिया का घोर उल्लंघन किया गया है। जाम की सूचना पर स्थानीय पुलिस पहुंची और समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। ग्रामीण एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े थे।
उस कारण तरारी बिहटा रोड पर करीब छह घंटे तक आवागमन बाधित रहा। बाद में एसडीपीओ राहुल सिंह पहुंचे और समझाकर लोगों के गुस्से को शांत कराया। उनकी पहल पर हिरासत में लिये गये दोनों लड़कों को छोड़ा गया। शव को भी बंधवा श्मशान से हटाया गया। उसके बाद आवागमन बहाल हो सका। मौके पर विधायक सुदामा प्रसाद, भाकपा माले के प्रखंड सचिव रमेश सिंह, युवा नेता सुधीर यादव, रंजन पासवान, प्रखंड कमेटी सदस्य रामदयाल पंडित, सुदामा राम, नीतीश कुमार और वीर बहादुर चंद्रवंशी सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।