हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग सिस्टम के लिए भोजपुर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित : एडीजी
- प्रोसेस मॉनिटरिंग सिस्टम की तैयारी का जायजा लेने आरा पहुंचे एडीजी
- एसपी सहित अन्य अधिकारियों के साथ एडीजी ने की समीक्षा बैठक
- सीसीटीएनएस सहित अन्य योजनाओं का एडीजी ने जाना हाल
केटी न्यूज/आरा
हाईकोर्ट द्वारा जारी प्रोसेसेज को समय पूरा करने के लिए पुलिस मुख्यालय गंभीर है। इसे लेकर प्रोसेज मॉनिटरिंग सिस्टम लागू की जा रही है। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत भोजपुर जिले का चयन किया गया है। जिले में उसकी तैयारी भी शुरू कर दी गयी है। उसका जायजा लेने एडीजी आधुनिकीकरण सह प्रोविजन एंड एससीआरबी कमल किशोर गुरुवार को आरा पहुंचे। उन्होंने एसपी संजय कुमार सिंह सहित जिले के अन्य अफसरों संग बैठक की। सीसीटीएनएस और भवन निर्माण सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की। लॉ एंड ऑर्डर की भी जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिया।
एडीजी आधुनिकीकरण ने बताया कि तीन खास मकसद से वह आरा आये थे। उसमें हाईकोर्ट की ओर से जारी प्रोसेसेज को समय पर पूरा कराने की मॉनिटरिंग का जायजा लेना प्रमुख था। उन्होंने बताया कि न्यायालय द्वारा द्वारा जारी प्रोसेसेज (कुर्की, समन और आरेस्ट वांरट की हाईकोर्ट द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके लिए मॉनिटरिंग सिस्टम लागू की जा रही है। उसके तहत भोजपुर जिले को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन किया गया है। इसके अलावे पुलिस आइटी सेक्टर को सुदृढ़ और आत्मनिर्भर करने की तैयारी चल रही है। इस मामले की भी समीक्षा की गयी और डेवलप करने की रणनीति पर चर्चा की गयी। वहीं आरा पहुंचने पर एडीजी को पुलिस ऑफिस में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
जिले के सभी थानों और ओपी का होगा अपना भवन
एडीजी आधुनिकीकरण कमल किशोर ने बताया कि बिहार के सभी थानों और ओपी का अपना भवन होगा। इस साल में इस टारगेट को हर हाल में पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गत वर्ष सरकार की ओर से थाने और ओपी भवन के निर्माण के लिए 1250 करोड़ की राशि आवंटित की गयी थी। उस पर काम चल रहा है। इस साल भी शत प्रतिशत थानों और ओपी के भवन का निर्माण पूरा करने का टारगेट रखा गया है। कहा कि भवन विहीन थानों और ओपी के लिए जगह चिन्हित कर निर्माण शुरू किया जा रहा है। उन्होंने अफसरों संग बैठक में जिले के थानों और ओपी भवन की भी विस्तृत समीक्षा की। बैठक में एएसपी हिमांशु, पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह और जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह सहित सभी इंस्पेक्टर एवं थानाध्यक्ष शामिल थे।