पंचायत स्तर पर भी पांच बेड का अस्पताल बनें - हरेकृष्ण यादव
नगर के अंजान ब्रह्मबाबा के विश्रामालय चबूतरा पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। धरना के माध्यम से नौजवानों का कहना था कि हर गांव में स्वास्थ्य जागरूकता संवाद कार्यक्रम चलाया, जिससे से लोगों को सरकार की तरफ से जो सुविधा पीएचसी और अस्पताल में मिल रही है, उसकी जानकारी मिले।
- अंजान ब्रह्मबाबा विश्रामालय में समाजसेवियों ने बैठक कर बुलंद की अपनी मांगों की आवाज
- अस्पतालों में प्रसव की सुविधा बहाल किया जाए
- हर पीएचसी में हो ईसीजी, पैथोलैब जैसी सुविधाएं
केटी न्यूज/डुमरांव
नगर के अंजान ब्रह्मबाबा के विश्रामालय चबूतरा पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। धरना के माध्यम से नौजवानों का कहना था कि हर गांव में स्वास्थ्य जागरूकता संवाद कार्यक्रम चलाया, जिससे से लोगों को सरकार की तरफ से जो सुविधा पीएचसी और अस्पताल में मिल रही है, उसकी जानकारी मिले। अस्पताल हो या पीएचसी ईसीजी और पैथोलैब की सुविधा बहाल होनी चाहिए।
ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों से जांच के नाम पर निजी संस्थानों द्वारा मनमाना पैसा वसूला जाता है। यह व्यवस्था हर पीएचसी और अस्पताल में हो जाए तो किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। धरना पर बैठे लोगों ने मांग किया कि चिकित्सक अस्पताल में प्रतिदिन नियमित रूप से बैठे। इनके नियमित बैठने से मरीजों को निजी क्लीनिक का सहारा लेना नहीं पड़ेगा।
जितना खर्च वे निजी क्लीनिक में दिखाने में कर सकते हैं, उतना में वे शरीर के स्वस्थ्य रख सकते हैं। ऐसा अक्सर पाया जाता है कि कुछ कर्मी और निजी क्लीनिक के दलाल मरीजों को बहला-फुसलाकर निजी में जाने के लिए गुमराह कर देते हैं। इनका कहना था कि जिला प्रशासन की तरफ से यह खबर आयी थी कि सरकारी अस्पतालों में मात्र 26 प्रतिशत ही प्रसव हुआ है।
इसका यही कारण है। इन सभी का कहना था कि हर पंचायत स्तर पर पांच बेड का अस्पताल हो। गांव-गांव जागरूकता अभियान चलाकर स्वास्थ्य जागरूकता संवाद स्थापित किया जाए। धरने पर बैठने वालें में हरेकृष्ण सिंह यादव, संजय कुमार, जीउत कुमार यादव, हरेन्द्र यादव बीडीसी, पप्पु कुमरी पाल, अमित शर्मा, रमेश सिंह, प्रदीप कुमार, संजय कुमार, तारकेश्वर यादव सहित अन्य मौजूद थे।