बिहार की राजनीति जातियों में सिमट कर रह गई है जन सुराज की आने से विकास की बढ़ी है उम्मीद: डा. रमेश सिंह
डा. सिंह ने कहा कि देश की राजनीति जातियों में सिमट कर रह गई है। यही कारण है कि देश की व्यवस्था कमजोर हो रही है। जब तक हर व्यक्ति जात-पात से उठकर राजनीति में अपना योगदान नहीं देंगे, तब तक व्यवस्था में सुधार नहीं हो सकता है।
- जन सुराज की विचार धारा से प्रभावित होकर शिक्षाविद् डाक्टर रमेश सिंह की ज्वाइन
केटी न्यूज/पटना
जन सुराज की विचार धारा से प्रभावित होकर बडे-बड़े दल के पार्टी बनने से पहले ज्वाइन कर रहे है। जिससे राजद व भाजपा में भगदड़ सी मची है। वहीं बक्सर जिले के शिक्षाविद् डाक्टर रमेश कुमार सिंह ने सोमवार को पटना में जन सुराज का दामन थाम लिया। डा. सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर बिहार समेत पूरे देश में सबका मान, सबका विकास की अवधारणा को लेकर आगे बढ़ रहें हैं।
हम जन सुराज से जुड़कर बिहार के बेहतर विकास के लिए बेहतर विकल्प बन सकते हैं। डाक्टर रमेश सिंह ने कहा कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की विचारधारा को मजबूत करने और बिहार से जाति और धर्म के नाम पर विकास बाधित करने वालों के बीच खलबली मची हुई है।
डा. सिंह ने कहा कि देश की राजनीति जातियों में सिमट कर रह गई है। यही कारण है कि देश की व्यवस्था कमजोर हो रही है। जब तक हर व्यक्ति जात-पात से उठकर राजनीति में अपना योगदान नहीं देंगे, तब तक व्यवस्था में सुधार नहीं हो सकता है। ऐसी स्थिति में जन सुराज मंच की विचारधारा को आगे लेकर चलना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर के प्रयास का समर्थन करते हुए कहा कि बिहार से ही बिहार और देश को सकारात्मक बदलाव की कोशिश होगी, जो स्वागत योग्य है।
डा. सिंह ने कहा कि आने वाले समय में प्रशांत किशोर के विचारधाराओं को युवाओं, महिलाओं एवं बुजुर्गों का समर्थन मिलेगा। उन्होंने बताया कि बिहार में कृषि, शिक्षा, रोजगार, उद्योग आदि मामले में जिला से लेकर राज्य तक अपेक्षा की जानकारी जमीनी स्तर पर प्रशांत किशोर को है।