ग्राम रोजगार सेवकों ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर चंदौली में धरना दिया, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
चंदौली। मुख्यालय के बिछिया धरनास्थल पर शुक्रवार को ग्राम रोजगार सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया और नगर में जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ
केटी न्यूज़/ चंदौली
चंदौली। मुख्यालय के बिछिया धरनास्थल पर शुक्रवार को ग्राम रोजगार सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया और नगर में जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर उपजिलाधिकारी न्यायिक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष कन्हैया लाल ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों को सहायक सचिव और विकास सहायक के पदों पर समायोजित कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। उन्होंने मांग की कि रोजगार सेवकों के लिए मानव संसाधन नीति (एचआर पॉलिसी) बनाई जाए, जिसमें 24 हजार रुपये मासिक वेतन सुनिश्चित हो। मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए ग्राम सभा के दो-तिहाई बहुमत से ही रोजगार सेवकों को हटाने का प्रावधान हो। इसके अलावा, मासिक मानदेय के लिए अलग बजट की व्यवस्था की जाए या सामग्री अंश से भुगतान किया जाए।
उन्होंने यह भी मांग की कि मनरेगा भुगतान के लिए डोंगल का पहला हस्ताक्षर रोजगार सेवकों का हो और उन्हें विभागीय कर्मी घोषित किया जाए। रोजगार सेवकों को बेहतर मॉनिटरिंग के लिए एंड्रॉयड मोबाइल और डेटा रिचार्ज भी उपलब्ध कराया जाए। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की तरह 20 दिन का आकस्मिक अवकाश और 12 दिन का चिकित्सा अवकाश भी दिया जाए। इसके साथ ही न्याय पंचायत स्तर पर रोजगार सेवकों का स्थानांतरण और मृतक आश्रित को सेवा प्रदान की जाए।
यदि सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तो वे प्रदेश भर में "मुख्यमंत्री वादा निभाओ आंदोलन" शुरू करेंगे। इस दौरान संतोष कुमार पांडेय, रवि प्रकाश पांडेय, राम औतार चौहान, मनोज गुप्ता सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।