दियारा क्षेत्र में हो रहा ओवरलोड नौका परिचालन, कभी भी हो सकता है हादसा
केटी न्यूज/सिमरी
गंगा के जल स्तर में वृद्धि होने के साथ ही दियारा इलाके में परिवहन का एकमात्र साधन नाव रह गया है। खासकर दियारा क्षेत्र के यूपी के बलिया जाने के लिए लोग पिछले एक सप्ताह से नाव का सहारा ही ले रहे हैं। जनेश्वर मिश्र सेतु के संपर्क पथ पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से बलिया जाने के लिए सड़क संपर्क भंग हो गया है। बता दें कि सिमरी, चक्की व ब्रह्मपुर प्रखंड के दियारा इलाके के सैकड़ो लोग अपने रोजगार तथा काम धंधे के सिलसिल में हर दिन बलिया जाते है।
जिसमें बड़ी संख्या दूध का व्यवसाय करने वालों का है। गंगा का जल स्तर बढ़ने तथा सड़क संपर्क भंग होने के बाद भी ये अपनी रोजी-रोटी के लिए नाव का सहारा ले रहे है। हालांकि, प्रशासन द्वारा पानी बढ़ने के साथ ही आठ नाव उपलब्ध कराए गए है। लेकिन लोगों की संख्या के मुकाबले ये नाव बहुत कम पड़ रहे है। जबकि निजी स्तर पर भी नाविकों द्वारा नाव का संचालन किया जा रहा है। दियारा क्षेत्र में संचालित होने वाली अधिकांश नाव क्षमता से अधिक सवारियों को बैठा रही है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं होने तथा हर दिन बलिया आने जाने वालों की संख्या अधिक होने के कारण नाविक मनमानी रहे है।
जिसका किसी दिन बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। बता दें कि ओवर लोड परिचालन की वजह से करीब 14 वर्ष पहले ब्रह्मपुर प्रखंड के दल्लुपुर के पास गंगा के भागड़ में नाव डूबने से 43 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावे भी कई बार इस इलाके में नाव दुर्घटनाएं हो चुकी है। बावजूद नाविक ओवर लोड नाव का परिचालन करने से परहेज नहीं कर रहे है। जबकि प्रशासन द्वारा भी इस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे हादसों की आशंका बनी हुई है।