भाकप-माले व खेग्रामस मांगों को लेकर डुमरांव प्रखंड कार्यालय पर दिया धरना
जनता के विभिन्न ज्वलंत मांगों को लेकर प्रखंड सह आंचल मुख्यालय पर सोमवार 30 दिसंबर 2024 को भाकपा-माले व खेग्रामस ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैकड़ो खेत-मजदूर, गरीब, भूमिहीन, मनरेगा मजदूर, महिलाए अपनी समस्याओं को लेकर शामिल हुए। धरना-प्रदर्शन के दौरान प्रखंड सचिव कन्हैया पासवान ने बीडीओ संदीप कुमार पांडेय को अपनी मांगों से अगवत करते हुए 9 सूत्री मांग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि हमारी समस्याओं को अभिलंब समाधान करने की गारंटी दी जाए।
केटी न्यूज/डुमरांव
जनता के विभिन्न ज्वलंत मांगों को लेकर प्रखंड सह आंचल मुख्यालय पर सोमवार 30 दिसंबर 2024 को भाकपा-माले व खेग्रामस ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैकड़ो खेत-मजदूर, गरीब, भूमिहीन, मनरेगा मजदूर, महिलाए अपनी समस्याओं को लेकर शामिल हुए। धरना-प्रदर्शन के दौरान प्रखंड सचिव कन्हैया पासवान ने बीडीओ संदीप कुमार पांडेय को अपनी मांगों से अगवत करते हुए 9 सूत्री मांग पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि हमारी समस्याओं को अभिलंब समाधान करने की गारंटी दी जाए।
प्रदर्शन के माध्यम भाकपा माले नेताओं ने मांग रखी की जो भूमिहीन जहां बसे हैं बासगीत जमीन का पर्चा और पक्का मकान दिया जाए। सभी पंचायत में भूमिहीनों के लिए बास कॉलोनी का निर्माण किया जाए। 95 लाख परिवार जिनकी प्रति महीना 6,000 से नीचे आए वाले हैं, उन्हें 72,000 से नीचे का आय प्रमाण पत्र दिया जाए एवं मुख्यमंत्री लघु उद्धयमी योजना के तहत सभी परिवार को दो लाख अनुदान राशि देने की गारंटी की जाए, अनुदान राशि के लिए पोर्टल खोला जाए, सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रति महीना 3000 दिया जाए, महिला सम्मान योजना के तहत सभी गरीब महिलाओं को 2,500 प्रति महीना देने की गारंटी किया जाए।
साथ ही गरीब मजदूर भूमिहीन किसान आम नागरिक को खून चुसने बाले स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर रोक लगाने और 200 यूनिट बिजली फ्री दिये जाने की मांग करते हुए आवाज बुलंद की गई। मांगों में बकाया बिजली बिल माफ करने, मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम, 600 रूपया दैनिक मजदूरी का भुगतान, मनरेगा में व्यापक भ्रष्टाचार पर रोक, मनरेगा में केंद्र सरकार की नई न्यूनतम मजदूरी लागू करने, मनरेगा योजना में केंद्र सरकार के द्वारा 538 न्यूनतम मजदूरी प्रतिदिन तय है लेकिन मनरेगा मजदूरों को 245 रुपया भुगतान किया जा रहा है, लेकिन केंद्र सरकार 293 प्रतिदिन पड़ रही मजदूरो की मजदूरी चोरी कर रही है। मजदूर नेताओं ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा मनरेगा मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी की चोरी पर अभिलंब रोक लगे, माइक्रो फाइनेंस कंपनियों पर रोक लगाते हुए महिलाओं के माइक्रोफाइनेंस, जीविका के सभी तरह का कर्ज माफ किया जाए, जीविका कैडर सहित रसोईया, आशा, स्कीम वर्क्स, मानदेय को बढ़ाया जाए। दलित महादलित गरीब भूमिहीनों पर बढ़ते सामंती हमले पर रोक लगाते हुए हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन में प्रखण्ड सचिव कन्हैया पासवान, मनरूप पासवान, कृष्णा राम, पूजा कुमारी, भगवान दास , जाबिर कुरैशी, वीर उपाध्याय, शंकर तिवारी, बाबूलाल राम, चंदेश महतो, रामेश्वर सिंह सहित सैकड़ों महिला व पुरूष मजदूर शामिल हुए।