छह माह पहले प्रमोशन कर बने थे डीएसपी , आखिर फिर क्यों बनाए गए इंस्पेक्टर

अपने ऊपर चल रहे विभागीय कार्रवाई की बात छुपाना एक डीएसपी को काफी महंगा पड़ गया। पुलिस मुख्यालय ने उनकी इस गलती के कारण प्रमोशन मिलने के छह माह बाद उनसे न केवल डीएसपी का पद छीन लिया बल्कि उन्हें फिर से इंस्पेक्टर बना कर राज्य पुलिस मुख्यालय में प्रतिनियुक्त भी कर दिया

छह माह पहले प्रमोशन कर बने थे डीएसपी , आखिर फिर क्यों बनाए गए इंस्पेक्टर

- राम इकबाल प्रसाद चौधरी पर गया जिले में चल रही है विभागीय कार्रवाई

- फिलहाल राज्य पुलिस मुख्यालय में की गई है तैनाती

केटी न्यूज/पटना

अपने ऊपर चल रहे विभागीय कार्रवाई की बात छुपाना एक डीएसपी को काफी महंगा पड़ गया। पुलिस मुख्यालय ने उनकी इस गलती के कारण प्रमोशन मिलने के छह माह बाद उनसे न केवल डीएसपी का पद छीन लिया बल्कि उन्हें फिर से इंस्पेक्टर बना कर राज्य पुलिस मुख्यालय में प्रतिनियुक्त भी कर दिया। हम बात कर रहे हैं बिहार पुलिस के इंस्पेक्टर राम इकबाल प्रसाद यादव की। जो मूल रूप से मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं। उन्हें 18 जुलाई 2024 को गृह विभाग द्वारा प्रमोशन देते हुए डीएसपी बनाया गया था।

बताया जाता है कि बिहार पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा पर 18 जुलाई, 2024 को इंस्पेक्टर राम इकबाल प्रसाद यादव को अस्थायी व्यवस्था के तहत वेतनमान के साथ डीएसपी का प्रभार मिला था। लेकिन, 13 दिनों के बाद पुलिस मुख्यालय ने 31 जुलाई को ही एक और पत्र जारी किया गया। जिसमें बताया गया कि राम एकबाल प्रसाद यादव पर गया जिले में विभागीय कार्रवाई चल रही है।

मुख्यालय की इस रिपोर्ट के बाद गृह विभाग ने डीएसपी की सेवा को वापस कर दिया है। इस क्रम में प्रमोशन के छह माह बाद ही उन्हें डीएसपी वापस से इंस्पेक्टर बनाया गया। साथ ही, उन्हें राज्य पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। अब वह अगले आदेश तक अपनी सेवा पुलिस मुख्यालय में ही देंगे। जिसको लेकर विभाग ने आदेश भी जारी कर दिया है।