केसठ उच्च विद्यालय शिक्षक के अभाव में शोभा की वस्तु बना कंप्यूटर

डिजिटल युग में जहां सरकारें हर विद्यालय में आधुनिक शिक्षा प्रणाली लागू करने की दिशा में कार्य कर रही हैं, वहीं बक्सर जिले के केसठ प्रखंड अंतर्गत केसठ उच्च विद्यालय की स्थिति कुछ और ही कहानी बयां करती है। विद्यालय में वर्षों से कंप्यूटर शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने के कारण यहां लगे आधुनिक कंप्यूटर मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं।

केसठ उच्च विद्यालय शिक्षक के अभाव में शोभा की वस्तु बना कंप्यूटर

केटी न्यूज/केसठ  

डिजिटल युग में जहां सरकारें हर विद्यालय में आधुनिक शिक्षा प्रणाली लागू करने की दिशा में कार्य कर रही हैं, वहीं बक्सर जिले के केसठ प्रखंड अंतर्गत केसठ उच्च विद्यालय की स्थिति कुछ और ही कहानी बयां करती है। विद्यालय में वर्षों से कंप्यूटर शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने के कारण यहां लगे आधुनिक कंप्यूटर मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह गए हैं।

विद्यालय में लगभग कुल 15 कंप्यूटर सेटअप उपलब्ध हैं, जो कि सीएसआर योजना  के तहत वर्ष 2025 में दिए गए थे। लेकिन प्रशिक्षित शिक्षक के अभाव में आज तक इनका समुचित उपयोग नहीं हो सका। कंप्यूटरों पर धूल की परतें और बंद पड़ी स्क्रीन यह दर्शाती हैं कि तकनीक से विद्यार्थियों को जोड़ने की पहल यहां कागजों तक ही सीमित रह गई है।

विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुमारी भवना ने बताया कि कई बार जिला प्रशासन को इस विषय पर पत्राचार किया गया है, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा, कंप्यूटर शिक्षा आज के समय की मांग है। छात्रों में भी इसे लेकर उत्सुकता है, लेकिन प्रशिक्षित शिक्षक के अभाव में हम उन्हें वह सुविधा नहीं दे पा रहे हैं जिसकी उन्हें आवश्यकता है।हालांकि बीपीएससी से एक शिक्षक आए हुए है लेकिन उनका प्रतिनियुक्ति जिला शिक्षा कार्यालय में हुआ है।जिसके कारण वो कभी कभार आते है।

छात्रों ने भी इस पर नाराजगी जताई है। कक्षा 10वीं के छात्र छात्राओं ने कहा, हमारे विद्यालय में कंप्यूटर तो हैं लेकिन कोई पढ़ाने वाला नहीं है। हम चाहते हैं कि हमें भी कंप्यूटर चलाना सिखाया जाए ताकि भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं या नौकरियों में हम पीछे न रह जाएं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि शिक्षा व्यवस्था की यह विफलता है कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए संसाधन महज औपचारिकता बनकर रह गए हैं। यदि समय रहते कंप्यूटर शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई, तो आने वाली पीढ़ी तकनीकी शिक्षा से वंचित रह जाएगी।

ग्रामीणों एवं अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही एक योग्य कंप्यूटर शिक्षक की नियुक्ति की जाए, जिससे छात्र-छात्राओं को डिजिटल शिक्षा का लाभ मिल सके और विद्यालय में लगाए गए लाखों के उपकरणों का सार्थक उपयोग हो सके।