76 वर्षों में गरीबी का उन्मूलन न होना: आरक्षण विवाद की असली वजह

देश को आजाद हुए 76 साल हो चुके हैं, लेकिन फिर भी गरीबी का उन्मूलन नहीं हो सका। इसके पीछे का मुख्य कारण यह है कि आरक्षण के विवाद को बेवजह तूल दिया जा रहा है।

76 वर्षों में गरीबी का उन्मूलन न होना: आरक्षण विवाद की असली वजह

केटी न्यूज़/ कैमूर  

देश को आजाद हुए 76 साल हो चुके हैं, लेकिन फिर भी गरीबी का उन्मूलन नहीं हो सका। इसके पीछे का मुख्य कारण यह है कि आरक्षण के विवाद को बेवजह तूल दिया जा रहा है। यदि 1947 से ही गरीबी पर ध्यान केंद्रित किया गया होता और सचमुच आरक्षण को लागू किया गया होता, तो आज गरीबी का कोई अस्तित्व नहीं होता।

आरक्षण में 'क्रिमी लेयर' का प्रावधान लागू करना अत्यंत आवश्यक है। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि राजनीतिक और सरकारी नौकरियों का लाभ उठाकर अपनी स्थिति सुधार चुके लोग नहीं चाहते कि उनके नीचे के वर्ग के लोग भी आगे बढ़ सकें। इस प्रकार, गरीबों के क्रमिक विकास की अवधारणा को समाप्त कर दिया गया है। उच्च पदों पर बैठे लोग अपने परिवार और रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने में जुटे हैं।

जब भी सरकार आर्थिक आधार पर आरक्षण की बात करती है, तो ऐसे पदाधिकारी और राजनीतिक नेता अपने समुदाय को भड़काते हैं और आरक्षण खत्म करने की बात समझाते हैं, ताकि उनका लाभ केवल उन्हीं लोगों तक सीमित रहे। इस मुद्दे पर विचार और आत्म-मंथन की आवश्यकता है, ताकि उन वर्गों के गरीब लोग भी लाभान्वित हो सकें। एक के बाद एक सभी को विकास का अवसर मिल सके।