"रामपुर प्रखंड में बंद शौचालय से जनता को हो रही परेशानी, खुले में शौच की समस्या बढ़ी"

रामपुर प्रखंड के पंचायत में लोगों को खुले में शौच से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और घर-घर शौचालय बनवाकर पंचायत को ओडीएफ (ओपन डिफेकेशन फ्री) घोषित किया गया है।

"रामपुर प्रखंड में बंद शौचालय से जनता को हो रही परेशानी, खुले में शौच की समस्या बढ़ी"

केटी न्यूज़/कैमूर

रामपुर (कैमूर): रामपुर प्रखंड के पंचायत में लोगों को खुले में शौच से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और घर-घर शौचालय बनवाकर पंचायत को ओडीएफ (ओपन डिफेकेशन फ्री) घोषित किया गया है। लेकिन प्रखंड मुख्यालय परिसर में बना शौचालय वर्षों से बंद पड़ा है, जहां आम लोगों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थीं।

प्रखंड कार्यालय में आने वाले लोगों को इस शौचालय के ताले के कारण गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शौचालय के बंद रहने से कार्यालय आने वाले लोग प्रसाधन के लिए जगह तलाशने को मजबूर हैं, और कई बार उन्हें खुले में शौच करने की स्थिति का सामना करना पड़ता है।

विशेषकर महिलाओं को इस स्थिति से अधिक परेशानी होती है। यहां की व्यस्तता के कारण शौच के लिए उचित स्थान खोजना भी मुश्किल होता है। लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन प्रशासन का रवैया उदासीन बना हुआ है। प्रखंड कार्यालय के कई कर्मचारी भी इस समस्या को स्वीकार करते हैं।

इस शौचालय का निर्माण लोगों की सुविधा के लिए किया गया था, लेकिन अब यह बंद पड़ा है। प्रतिदिन सैकड़ों लोग यहां विभिन्न कार्यों से आते हैं, लेकिन शौचालय में ताला लटका होने के कारण उन्हें सड़क किनारे गंदगी फैलाने पर मजबूर होना पड़ता है। इससे खुले में शौच मुक्त अभियान की धज्जियां उड़ रही हैं। लोगों का कहना है कि जब शौचालय मौजूद है, लेकिन बंद है और उसका रखरखाव भी ठीक नहीं है, तो पंचायत में जागरूकता अभियान का कोई मतलब नहीं रह जाता। जिम्मेदार अधिकारी इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।