खेत में हार्वेस्टर चलाने से पहले लेनी होगी इजाजत
फसल की कटनी के लिये नई तकनीक की मशीन हार्वेस्टर में लगाया जाएगा। इस तकनीक से कटनी करते समय जो डंठल उपरतक बच जाते हैं, नहीं बचेंगे।
- हार्वेस्टर में कृषि विभाग की तरफ से लगाया जाएगा एसएमएस
केटी न्यूज, डुमरांव
फसल की कटनी के लिये नई तकनीक की मशीन हार्वेस्टर में लगाया जाएगा। इस तकनीक से कटनी करते समय जो डंठल उपरतक बच जाते हैं, नहीं बचेंगे। जो बचेंगे उसका उपयोग खाद के रूप में होगा। इस संबंध में डुमरांव प्रखंड के कृषि पदाधिकारी ने देते हुए बताया की पंचायतवार कटनी शुरू की जाएगी। जिस पंचायत में शुरू होगी वहां एसएमएस का प्रयोग किया जाएगा। किसानों को हार्वेस्टर से कटनी करने में फायदा ही फायदा है। एक तो अनाज की बर्बादी नहीं होगी, वहीं दूसरी यह कि खेतो में जो बड़े-बड़े डंठल बच जाते हैं, उन्हे जोताई के दौरान निकालना पड़ता है, उसे नहीं निकालना पड़ेगा। एसएमएस लगाकर कटनी होने से ड़ठल काफी छोटा खेत में रह जाएगा। खेत में ही सड़ गलकर यह खाद बन जाएगा। कृषि कर्मियों की निगरानी में यह सब कार्य किये जाएंगे। हालांकि यह थोड़ा मंहगा पड़ेगा लेकिन हर तरफ से फायदा भी पहुंचाएगा।