बॉलीबाल के अंतर्राष्ट्रीय कोच बनेंगे सिमरी के प्रियांशु, प्रशिक्षण लेने जकार्ता रवाना
सिमरी के प्रियांशु शर्मा बालीबॉल के अंतर्राष्ट्रीय कोच बनेंगे। इसके लिए वे प्रशिक्षण लेने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता गए है। जहां, 23 से 29 सितंबर तक आयोजित कोच के प्रशिक्षण में भाग लेंगे। उनका चयन फेडरेशन आफ अंतर्राष्ट्रीय वालीबॉल कोच के लिए बिहार से हुआ है।
- 23 से 29 सितंबर तक आयोजित है प्रशिक्षण शिविर, देश से पांच खिलाड़ियों का हुआ है चयन, बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहे है पियांशु
केटी न्यूज/सिमरी
सिमरी के प्रियांशु शर्मा बालीबॉल के अंतर्राष्ट्रीय कोच बनेंगे। इसके लिए वे प्रशिक्षण लेने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता गए है। जहां, 23 से 29 सितंबर तक आयोजित कोच के प्रशिक्षण में भाग लेंगे। उनका चयन फेडरेशन आफ अंतर्राष्ट्रीय वालीबॉल कोच के लिए बिहार से हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार सिमरी निवासी अरविंद शर्मा के पुत्र प्रियांशु शर्मा का राष्ट्रीय प्रशिक्षक के तौर पर बिहार से चयन किया गया है। आज 23 सितंबर से 29 तक इंडोनेशिया के जकार्ता शहर में फेडरेशन आफ अंतर्राष्ट्रीय वालीबॉल के तरफ से आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय वालीबॉल कोच प्रशिक्षण में वे भाग ले रहे है। प्रियांशु वालीबॉल के राष्ट्रीय खिलाड़ी भी हैं।
खास यह कि इस होनहार खिलाड़ी ने प्रारंभिक पढ़ाई के साथ ही बालीबॉल खेल की शुरूआत अपने गांव सिमरी से की थी। आगे की पढाई पूरी करने के लिए वे प्रयागराज चले गये एवं वहां पढाई के साथ-साथ अपना खेल को भी इन्होंने जारी रखा। प्रतिदिन शाम को प्रियांशु वालीबाल के खेल मैदान पर जाते थे एवं अभ्यास करते थे। वालीबॉल में मेहनत करते हुए इन्होंने जिलास्तरीय प्रतियोगिता से शुरुआत कर आज ये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे हैं। प्रियांशु इससे पहले भारत के अनेक राज्यों में अपने खेल का प्रदर्शन कर चुके हैं। उनके खेल कौशल के साथ ही कोचिंग कौशल से लोग काफी प्रभावित है। यही कारण है कि उनका चयन अंतर्राष्ट्रीय कोच के तौर पर हुआ है। इंडोनेशिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कोच प्रशिक्षण के लिए के लिए भारत से 5 लोगों का चयन हुआ है। जिसमें आंध्र प्रदेश से सरोनिथ कुमार, ओडिशा से बिजय मलिक, लद्दाख़ से मोहम्मद जावेद, बिहार से प्रियांशु शर्मा एवं तामिल नायडू से फैज मोहम्द है।
प्रियांशु के बालीबॉल के कोच के तौर पर चयन तथा प्रशिक्षण के लिए जकार्ता जाने से सिमरी में खुशी व्याप्त है। ग्रामीणों ने इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दिया है तथा प्रशिक्षण के बाद कोच के पद पर चयन की कामना की है।