24 घंटे के भीतर सिक्योरिटी गार्ड से लूटी बंदूक और कारतूस को पुलिस ने बरामद किया , दो अपराधी हुए गिरफ्तार

भोजपुर पुलिस को हाल ही में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है, जब उन्होंने 24 घंटे के भीतर सिक्योरिटी गार्ड से लूटी गई बंदूक और कारतूस बरामद कर लिए। यह कार्रवाई एक बड़ी आपराधिक गतिविधि का पर्दाफाश करने में भी मददगार साबित हुई है

24 घंटे के भीतर सिक्योरिटी गार्ड से लूटी बंदूक और कारतूस को पुलिस ने बरामद किया , दो अपराधी हुए गिरफ्तार

केटी न्यूज/आरा

भोजपुर पुलिस को हाल ही में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है, जब उन्होंने 24 घंटे के भीतर सिक्योरिटी गार्ड से लूटी गई बंदूक और कारतूस बरामद कर लिए। यह कार्रवाई एक बड़ी आपराधिक गतिविधि का पर्दाफाश करने में भी मददगार साबित हुई है, जिसमें नाविकों से वसूली करने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है।

इस मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है, और उनकी पूछताछ के बाद अन्य संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापेमारी का कार्य जारी है। भोजपुर के एसपी राज ने जानकारी देते हुए बताया कि कोईलवर थाना क्षेत्र के जमालपुर में सुनील सिंह नामक व्यक्ति सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करते थे। 21 सितंबर को, अज्ञात अपराधियों ने उनसे उनकी दोनाली बंदूक और 21 कारतूस लूट लिए। इसके बाद, सुनील ने कोईलवर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रंजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम में कोईलवर थाना के प्रभारी सह अपर थाना अध्यक्ष सुभाष कुमार मंडल और जिला आपराधिक सूचना इकाई की टीम शामिल थी। इन सभी ने मिलकर इस मामले में संलिप्त अन्य अज्ञात अपराधियों का पता लगाने और उनकी गिरफ्तारी के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू की।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए अपराधियों को ट्रेस किया गया। उन्हें जानकारी मिली कि मामले में शामिल अपराधियों के बारे में कुछ सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में महुई बलहा निवासी विकास शर्मा और मानाचक निवासी धर्मेंद्र कुमार शामिल हैं। उनकी निशानदेही पर हरिपुर मानाचक बांध के पास से लूटी गई बंदूक और कारतूस बरामद किए गए।

गिरफ्तार किए गए अपराधियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उनका गिरोह लगभग 20 से 24 सदस्यों का है, जो अवैध हथियारों से लैस होकर सोन नदी में रात के समय चोरी-छिपे बालू खनन करने वाले नाविकों से रंगदारी वसूलते थे। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उनके बयान के आधार पर इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है और अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास लगातार जारी हैं।

पकड़े गए दोनों अपराधियों पर पहले से ही लूट और छीनतई के मामले दर्ज हैं। पुलिस अब उनके मोबाइल नंबर का सीडीआर निकालकर यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या वे अन्य आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल हैं। यह कार्रवाई न केवल भोजपुर में अपराध को रोकने में मददगार साबित होगी, बल्कि यह संदेश भी देगी कि पुलिस किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों को सहन नहीं करेगी।

इस तरह की सफलताएँ पुलिस की मेहनत और आधुनिक तकनीकी अनुसंधान पर आधारित रणनीतियों का परिणाम हैं, जो अपराधियों को पकड़ने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें, ताकि सुरक्षा और शांति बनाए रखी जा सके।