रीपर से निकली चिंगारी के कारण गेहूं की फसलों में लगी आग, किसानों की उम्मीदें जल कर हुई राख

रीपर से निकली चिंगारी के कारण गेहूं की फसलों में लगी आग, किसानों की उम्मीदें जल कर हुई राख
गेहूं के खेतों से उठता धुआं

- अगलगी में दर्जनभर से अधिक किसानों के 30 बीघे की फसल को पहुंची क्षति
- पंचायत के मुखिया ने प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति दिलाने का दिया आश्वासन
- प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता से लोगों में आक्रोश

केटी न्यूज/आरा | जिले के जगदीशपुर थाना अंतर्गत कौंरा पंचायत में खेतों में भूसी बना रहे रीपर से चिंगारी निकलने से 30 बीघे में खड़ी गेहूं की फसल आग लगने से जल गई। सूचना मिलते ही आसपास पंचायत के ग्रामीणों द्वारा आग बुझाने का प्रयास किया। हालांकि, लोगों ने आग पर काबू पाने के लिए प्रखंड के बीडीओ और सीओ के अलावा थानेदार को मामले की जानकारी दी, लेकिन फायर ब्रिगेड पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग पर काबू पालिया। हालांकि,तक तक दर्जन भ किसानों की फसल जलकर राख हो चुकी थी। मौके पर पंचायत के मुखिया हरेराम सिंह अपने प्रतिनिधियों के साथ पहुंच कर ग्रामीणों को ढ़ाढस बंधाया और इस मसले पर बीडीओ से वार्ता की।

घटना के संबंध में मुखिया हरेराम सिंह ने बताया कि कौंरा पंचायत के स्थानीय गांव उत्तरी छोर में स्थित खैरवन में रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास भूसी बनाने के लिए रीपर खेत में चलाया जा रहा था। इस बीच रीपर से चिंगारी निकलने लगी। जिसके कारण फसल अवशेष में आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से आसपास के खेतों की ओर रूख कर गयी। लोगों ने इसकी सूचना गांव वालों को दी। जिसके बाद आनन फानन में ग्रामीण वहां पहुंचे और आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। उन्होंने बताया कि खेतों में अगलगी के कारण दर्जनभर से ऊपर किसान और गैर रैयत किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। मुखिया ने बताया कि सोमवार को वो जगदीशपुर सीओ से मिलकर फसल क्षति का आकलन करने की कार्यवाही कराएंगे। ताकि, जिन किसानों को अगलगी से नुकसान पहुंचा है, उनको क्षतिपूर्ति की राशि दिलाई जा सके। 

आग के कारण इन किसानों को हुआ नुकसान :
मनोज यादव की दो बीघा में खड़ी गेहूं की फसल, रविंद्र चौधरी व रामावतार चौधरी के सात बीघे की फसल, उमेश साह का दो बीघा, जगनारायण साह की दो बीघे की फसल, रमेश साह की दो बीघे की फसल, राजेंद्र साह की दो बीघे की फसल, मंजय सिंह के तीन बीघे, अमरजीत सिंह के 12 कट्‌ठे में खड़ी फसल व मनमोहन सिंह के तीन कट्‌ठा समेत कुल 30 बीघे में आग लगने के कारण गेहूं की खड़ी फसल देखते ही देखते राख हाे गई।

प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति लोगों में आक्रोश :
गेहूं के खेतों आग लगने के मामले में प्रशासनिक उदासीनता को देखते हुए ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। लोगों ने बताया कि आग लगते ही लोगों ने एसडीओ, बीडीओ, सीओ और थानेदार को फोन करना चालू कर दिया था। लेकिन, अधिकारियों ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। जिसके कारण उन्हें यह नुकसान झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि प्रखंड के अधिकारी मुख्यमंत्री के निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। प्रत्येक साल फसल कटनी के दौरान ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए प्रखंड और थाना स्तर पर फायर ब्रिगेड की टीम प्रतिनियुक्त की जाती है। लेकिन, यहां ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा है। बताया जाता है कि पहले से ही किसान बारिश के कारण चिंतित थे। लेकिन अगलगी ने फसल के साथ उनकी मेहनत और उम्मदों को भी जला डाला।