व्यक्तित्व में निखार लाता है खेलकूद और संगीत- डीडीसी
सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ सुमित्रा महिला कॉलेज की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता
- अंतिम दिन कॉलेज पर बही सुरों की सरिता, पुरस्कृत हुई छात्राएं
केटी न्यूज/डुमरांव
खेलकूद व संगीत एक ही सिक्के के दो पहलू है तथा यह व्यक्तित्व के संपूर्ण विकास की अहम कड़ी है। सुमित्रा कॉलेज का यह प्रयास यहा पढ़ने वाली छात्राओं का मनोबल बढ़ाने वाला है। उक्त बातें डीडीसी डा महेन्द्र पाल ने गुरूवार को कही है। अवसर था सुमित्रा महिला कॉलेज द्वारा आयोजित वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के समापन का। डीडीसी ने कहा कि मैं यहा की छात्राओं की प्रतिभा देख दंग हूं तथा आने वाले दिनों में यहा से निकली छात्राएं देश व दुनिया में इस कॉलेज का नाम रोशन कर सकती है। उन्होंने कहा कि खेलकूद व और संगीत हमारे व्यक्तित्व में निखार लाते है। इससे हमारा तन और मन स्वस्थ तथा स्फूर्त तो बनता ही है बल्कि टीम भावना व प्रतिस्पर्द्धा का विकास होता है। खेलकूद व संगीत में रूचि लेने वाले लोग समाज के प्रति स्वतः ही जिम्मेवार होते है। इसके पहले डीडीसी, बीडीओ संतोष कुमार, कॉलेज की प्राचार्य डा शोभा सिंह, विश्वविद्यालय के सिनेट सदस्य सह जदयू नेता डा बिनोद कुमार सिंह, प्रो सुभाष चंद्रशेखर, जिला पार्षद अरबिंद प्रताप उर्फ बंटी शाही आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन किया। उदघाटन के बाद अनन्या गु्रप द्वारा सरस्वती वंदना व गणेश वंदना से की गई। इसके बाद छात्राओं ने स्वागत गान, बिहार वंदना, एकल नृत्य, समूह नृत्य, नाटक, कौव्वाली आदि एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित हजारों लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। इस दौरान कॉलेज के वरीय प्रो अंबिका सिंह, प्रो मिथिलेश सिंह, प्रो अजीत सिंह, प्रो मिथिलेश सिंह, प्रो सुरेशचंद्र त्रिपाठी, प्रो शैलेश कुमार, प्रो अर्चना, प्रो अमृता, प्रो मीरा, प्रो अनिता, प्रो उमाशंकर, प्रो प्रमोद सिंह, प्रो मनोज कुमार, चीकू सिंह, राजेंद्र सिंह, पवन कुमार सिंह, दीनू सिंह, अनुराग मिश्र, कमल चौरसिया सहित अन्य मौजूद थे।
वार्षिक खेलकूद के दौरान छात्राओं ने बढ़चढ़कर निभाई थी सहभागिता
सुमित्रा महिला कॉलेज में आयोजित हुए वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता में छात्राओं ने बढ़चढ़कर भागीदारी निभाई थी। इस दौरान अनन्या ग्रुप की छात्राओं ने सरस्वती गान व गणेश वंदना की प्रस्तुति कर कार्यक्रम की शुरुआत की। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन ज्योति और अनन्या ने किया। रघुवर तेरे राह निहारे गीत पर सलोनी ने वाहवाही लूटी तो वहीं सुभद्रा ग्रुप की छात्राओं ने जाने सब संसार, अइसन आपन ह बिहार के गीत पर जमकर तालियां बटोरी। इसके अलावे भी छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दे सबकों अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। प्रत्येक प्रस्तुति पर उपस्थित छात्राएं, प्राध्यापक व दर्शक तालियां बजा प्रतिभागियों का उत्साह वर्द्धन कर रहे थे।
प्रो सुभाष चंद्रशेखर ने बताया कॉलेज का इतिहास
वही अपने संबोधन में कॉलेज के वरीय प्रो सुभाष चंद्रशेखर ने इसके इतिहास व अब तक के सफलताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 80 के दशक में स्थापित यह कॉलेज महिला शिक्षा के क्षेत्र में कई मिल के पत्थर स्थापित कर चुका है। उस जमाने में जब महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए कही अवसर नहीं था तब इसके संस्थापक स्व डा जगनारायण सिंह ने इसकी स्थापना कर छात्राओं को अपनी प्रतिभा निखारने का बेहतर मंच दिया था। उन्होंने बताया कि अबतक इस कॉलेज ने 30 हजार से अधिक छात्राओं को उच्च शिक्षा दिया है। जिनमें हजारों छात्राएं आज विविध क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर महिला शसक्तिकरण की मिशाल बनी है। उन्होंने कहा कि महज तीन छात्राओं से शुरू हुआ यह कॉलेज आज एक साथ तीन हजार छात्राओं को शिक्षा दे रहा है।
छात्राओं का सर्वांगीण विकास ही है हमारा लक्ष्य- प्राचार्य
वही कॉलेज की प्राचार्य डा शोभा सिंह ने कहा कि छात्राओं का सर्वांगीण विकास ही इस कॉलेज का एकमात्र लक्ष्य है। अपने स्थापना काल से ही यह कॉलेज इस बात की चिंता कर रहा है कि इस क्षेत्र की छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो सके। इसके लिए स्थापना काल से ही मुख्य विषयों के अलावे खेलकूद, गीत-संगीत के साथ ही अब एनसीसी व एनएसएस जैसी सुविधाएं उपलब्ध है। जिससे अपने प्रतिभा को विभिन्न क्षेत्रों में निखार सकती है।
खेल प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
स्मापन समारोह के दौरान खेल प्रतियोगिता में बेहतर करने वाली छात्राओं को कॉलेज प्रबंधन व आगत अतिथियों द्वारा प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर आने वाली छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया। जबकि प्रतियोगिता में शामिल छात्राओं को प्रशस्ति पत्र दिया गया।