पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में 9 नक्सली मारे गए,चुनाव से पहले वारदात को अंजाम देने की कोशिश में थे।

पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई।इस मुठभेड़ में पुलिस के जवानों ने 9 नक्सलियों को मार गिराया

पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में 9 नक्सली मारे गए,चुनाव से पहले वारदात को अंजाम देने की कोशिश में थे।
9 Naxalites killed

केटी न्यूज़/छत्तीसगढ़

बीजापुर पुलिस को लोकसभा चुनाव से पहले नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।आज 2 मार्च को पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई।इस मुठभेड़ में पुलिस के जवानों ने 9 नक्सलियों को मार गिराया है।यह मुठभेड़ पिछले तीन घंटे से जारी रही।जवानों ने नक्सलियों के पास से इंसास, एलएमजी और एके-47 जैसे ऑटोमेटिक हथियार भी बरामद किए हैं।

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए 'एंटी नक्सल ऑपरेशन' में इस साल अब तक की यह सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने का भी दावा किया है।जवानों ने मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं और उन्हें बीजापुर मुख्यालय लाने की तैयारी की जा रही है।

कई इनामी नक्सली भी मुठभेड़ में मारे गए

सभी नक्सली माओवादी संगठन के PLGA के सदस्य हैं।इनकी  गिनती बड़े कैडर के नक्सलियों में होती है। मारे गए नक्सलियों में से कुछ पर लाखों रुपये का ईनाम भी घोषित है।

बस्तर के IG सुंदरराज पी से मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट के लिए प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है।इस चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए लोकसभा क्षेत्र के सभी नक्सल प्रभावित इलाकों में जवानों को तैनात किया गया है।उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी के मौसम में भी लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के दौरान जवानों को सफलता भी मिल रही है।सप्ताह भर पहले ही बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित  इलाके में जवानों ने 6 नक्सलियो का एनकाउंटर किया था।

आज मंगलवार को जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के कोरचोली और लेन्द्रा के जंगलों में जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई और इस मुठभेड़ में जवानों ने अपनी बहादुरी का परिचय देते  हुए 9 नक्सलियों को मार गिराया।मारे गए नक्सलियों के पास से ऑटोमेटिक हथियार बरामद हुआ।इसके साथ ही नक्सलियों का दैनिक सामान और विस्फोटक सामान भी बरामद हुआ है,फिलहाल मारे गए नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है।

आईजी का कहना है कि नक्सली चुनाव से पहले बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए लगातार अंदरूनी इलाकों में अपना ठिकाना बदल रहे हैं। ग्रामीणों के साथ बैठक भी कर रहे हैं। पुलिस को मुखबिरी से सूचना मिली थी कि कोरचोली इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी है।इस ऑपरेशन की सबसे अच्छी बात यह रही कि इस मुठभेड़ में जवानों की तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ है।