लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर बीजेपी ने साफ़ किया रुख़
लोकसभा स्पीकर पद को लेकर बीजेपी और एनडीए के बीच चर्चा जारी है। मोदी 3.0 सरकार के गठन के बाद से ही यह विषय गरमाया हुआ है। अब जानकारी मिल रही है कि बीजेपी लोकसभा अध्यक्ष का पद अपने पास रखेगी, जबकि एनडीए सहयोगी दल को डिप्टी स्पीकर की जिम्मेदारी मिल सकती है।
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: लोकसभा स्पीकर पद को लेकर बीजेपी और एनडीए के बीच चर्चा जारी है। मोदी 3.0 सरकार के गठन के बाद से ही यह विषय गरमाया हुआ है। अब जानकारी मिल रही है कि बीजेपी लोकसभा अध्यक्ष का पद अपने पास रखेगी, जबकि एनडीए सहयोगी दल को डिप्टी स्पीकर की जिम्मेदारी मिल सकती है। इस मामले में आम राय बनाने की जिम्मेदारी बीजेपी ने वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी है।
बीजेपी का सख्त संदेश
मोदी 3.0 सरकार के गठन के बाद बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने सहयोगियों के आगे नहीं झुकेगी। पार्टी ने संदेश दिया है कि गठबंधन धर्म निभाया जाएगा, लेकिन सरकार में प्रमुख भूमिका बीजेपी की ही रहेगी। मंत्रिमंडल के बंटवारे में भी बीजेपी का वर्चस्व स्पष्ट दिखाई दिया है। अब लोकसभा स्पीकर के पद पर भी बीजेपी का वीटो देखने को मिल रहा है। यह स्पष्ट है कि बीजेपी स्पीकर पद से किसी भी तरह का समझौता नहीं करना चाहती, हालांकि एनडीए सहयोगी दल को डिप्टी स्पीकर का पद दिया जा सकता है।
एनडीए और विपक्ष से बातचीत की जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने लोकसभा स्पीकर का पद अपने पास रखने का फैसला किया है और डिप्टी स्पीकर का पद एनडीए के सहयोगी दल को देने की योजना बनाई है। एनडीए के सहयोगियों और विपक्षी दलों से बातचीत कर आम राय बनाने की जिम्मेदारी राजनाथ सिंह को दी गई है।
राजनाथ के घर हुई महत्वपूर्ण बैठक
रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर संसद सत्र को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू, जेडीयू नेता ललन सिंह, और चिराग पासवान शामिल हुए थे। बैठक में 18वीं लोकसभा के पहले संसदीय सत्र और स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर एनडीए उम्मीदवार पर चर्चा की गई थी।
स्पीकर-डिप्टी स्पीकर का पद बना चुनौती
लोकसभा चुनाव जीतकर एनडीए ने सरकार बना ली है, नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं और कैबिनेट में मंत्रियों को पोर्टफोलियो भी बांटे जा चुके हैं। अब लोकसभा स्पीकर को लेकर चर्चा तेज हो गई है। पिछली सरकार में कोटा से बीजेपी सांसद ओम बिड़ला ने स्पीकर की गद्दी संभाली थी, लेकिन मौजूदा सरकार में इस पद को लेकर अभी चर्चा जारी है।
विशेष सत्र की संभावित तिथियाँ
सूत्रों के मुताबिक, संसद का 8 दिवसीय विशेष सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चल सकता है। इस सत्र में 24 और 25 जून को नए सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है, जबकि 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव हो सकता है।
विपक्ष की रणनीति
बीजेपी के मंथन के बीच लोकसभा स्पीकर को लेकर विपक्षी नेताओं के बयानों ने खलबली मचा दी है। विपक्ष का कहना है कि अगर उन्हें डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिया जाता है, तो वे स्पीकर पद के लिए भी उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं। विपक्ष इसके लिए तैयारी कर रहा है और संसद सत्र शुरू होने से पहले अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
'इंडिया' ब्लॉक की उम्मीदें
लोकसभा चुनाव 2024 में 'इंडिया' ब्लॉक (विपक्ष) की सीटें बढ़ने के साथ ही 10 साल बाद निचले सदन को विपक्ष का नेता भी मिल सकता है। साथ ही विपक्ष उपाध्यक्ष पद के चुनाव की भी उम्मीद कर रहा है। पिछले पांच साल से उपाध्यक्ष का पद खाली है और 17वीं लोकसभा में कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था। आमतौर पर उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता है। विपक्ष के एक नेता का कहना है कि वे इसके लिए सदन में दबाव बनाएंगे कि इस बार उपाध्यक्ष का पद खाली न छोड़ा जाए।
लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर बीजेपी और विपक्ष के बीच खींचतान जारी है। सरकार ने अपनी प्राथमिकताएँ स्पष्ट कर दी हैं, जबकि विपक्ष अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर किस तरह का समाधान निकलता है और किसे क्या जिम्मेदारी मिलती है।