बक्सर के हेमंत ने किया यूपीएससी कै्रक, 13 वां रैंक पा बने जिलाधिकारी, वर्तमान में एसडीएम के पद पर है कार्यरत
कौन कहता है आसमां मे सुराग हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों..., बक्सर के ओमप्रकाश मिश्र के पुत्र हेमंत ने देश की सबसे कठिन माने जाने वाली यूपीएससी परीक्षा में 13 वां रैंक ला इस उक्ति को एक बार फिर से साबित कर दिखाया है। इसके पूर्व तीन साल पहले उन्होंन पहले प्रयास में ही यूपीपीएससी परीक्षा पास कर एसडीएम बने थे।

- हेमंत की सफलता से पूरा जिला है गौरवान्वित, बक्सर की गरिमा लोहिया के बाद यूपीएससी में बेहतर रैंक लाने वाले मात्र दूसरे युवा बने हेमंत, पिता शिक्षा विभाग में है कार्यरत
केटी न्यूज/बक्सर
कौन कहता है आसमां मे सुराग हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों..., बक्सर के ओमप्रकाश मिश्र के पुत्र हेमंत ने देश की सबसे कठिन माने जाने वाली यूपीएससी परीक्षा में 13 वां रैंक ला इस उक्ति को एक बार फिर से साबित कर दिखाया है। इसके पूर्व तीन साल पहले उन्होंन पहले प्रयास में ही यूपीपीएससी परीक्षा पास कर एसडीएम बने थे।
वे फिलहाल उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एसडीएम के पद पर कार्यरत है। मंगलवार को यूपीएससी का रिजल्ट जारी होते ही परिवार खुशियों से उछल पड़ा। आखिरकार उनका लाल देश के सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा यूपीएससी को पास कर सबसे प्रतिष्ठित पद कलक्टर ( जिलाधिकारी ) जो बन गया है। रिजल्ट जारी होते ही परिवार में जहां खुशियां छा गई है, वहीं, जिलेवासी भी अपने इस लाल की सफलता से गर्व महसूस कर रहे है।
बता दें कि इसके पहले बक्सर की ही गरिमा लोहिया ने इस परीक्षा में द्वितीय रैंक हासिल की थी। गरिमा के बाद इस प्रतिष्ठित परीक्षा में इतने बेहतर रैंक लाने वाले जिले के मात्र दूसरे युवा बने है। उनकी इस सफलता से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुटे युवाओं को बड़ी प्रेरणा मिली है।
हेमंत मूलरूप से जिले के राजपुर प्रखंड के कुसरूपा गांव के निवासी है। फिलहाल उनका परिवार बक्सर के धोबीघाट के गली नंबर एक में रहता है। पिता ओमप्रकाश मिश्र शिक्षा विभाग में एपीओ के पद पर कार्यरत है। उनकी पोस्टिंग कैमूर जिले में है। जबकि माता नम्रता मिश्रा एक विद्यालय की प्राचार्या हैं।
हेमंत के छोटे भाई शिशिर मिश्रा आईआईटी से स्नातक कर अमेरिका की एक प्रतिष्ठित कंपनी में कार्यरत हैं। वहीं, चाचा बजरंगी मिश्र जिले के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता है तथा हाल ही में गठित हुई जन सुराज पार्टी के कद्दावर नेता है। बजरंगी ने बताया कि हेमंत बचपन से ही मेधावी रहा है।
हेमंत की प्रारंभिक पढ़ाई बक्सर से ही हुई थी। वहीं, डीएवी पटना से इंटरमीडिएट करने के बाद वह स्नातक की पढ़ाई दिल्ली के जामिया मिलिया यूनिवर्सिटि से किया। इसके बाद वह जेएनयू से पीजी की पढ़ाई भी पूरी कर चुके है। हेमंत ने अभी भी अपनी पढ़ाई जारी रखी है तथा वे जामिया मिलिया यूनिवर्सिटि से रिसर्च कर रहे है।
हेमंत ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार, और मेहनत को दिया। उनका मानना है कि लगन और ईमानदारी से किया गया प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाता।