जिले में लक्ष्य निर्धारित करते हुए फाइलेरिया के हाइड्रोसील पेशेंट का होगा ऑपरेशन
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर कई कार्यक्रम संचालित है। जिसके तहत फाइलेरिया के हाथीपांव के अलावा अब हाइड्रोसिल के मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के फाइलेरिया विभाग के द्वारा 347 हाइड्रोसील के मरीजों का ऑपरेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- बक्सर जिले में 347 हाइड्रोसील मरीजों का करना है ऑपरेशन, प्रतिमाह 58 मरीजों का लक्ष्य निर्धारित
- अब तक 39 मरीजों का किया जा चुका है ऑपरेशन, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय ने सभी प्रखंडों को भेजा पत्र
केटी न्यूज/बक्सर
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर कई कार्यक्रम संचालित है। जिसके तहत फाइलेरिया के हाथीपांव के अलावा अब हाइड्रोसिल के मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के फाइलेरिया विभाग के द्वारा 347 हाइड्रोसील के मरीजों का ऑपरेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए विभाग ने मार्च 2025 तक का समय दिया है। जिसमें से अब तक 39 मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है। शेष बचे 308 मरीजों का ऑपरेशन जल्द करने के लिए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. शैलेंद्र कुमार ने सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को पत्र के माध्यम से सूचना दे दी है। साथ ही, प्राथमिकता के आधार पर हाइड्रोसील मरीजों को चिह्नित करते हुए उनका ऑपरेशन करने का निर्देश दिया।
इस संबंध में डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि फाइलेरिया जैसी बीमारी में हाथी पांव किसी भी महिला या पुरुषों का हाथ या पैर विकराल रूप ले लेता है जबकि पुरुषों में हाइड्रोसील की शिकायत रहती है। हालांकि हाथीपांव को जड़ से मिटाया नहीं जाता है लेकिन, हाइड्रोसील का ऑपरेशन कर उसको आसानी से खत्म किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जिले में प्रतिमाह 58 मरीजों का ऑपरेशन करना है। ताकि, मरीजों को फाइलेरिया से निजात दिलाई जा सके।
लक्ष्य की प्राप्ति के लिए किया जा रहा हर संभव प्रयास
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में हाइड्रोसील के मरीजों का ऑपरेशन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लक्ष्य को शत- प्रतिशत हासिल करने के लिए विभिन्न स्तर पर हर संभव प्रयास किया जा रहा है। सबसे अहम बात यह है कि हाइड्रोसील मरीजों का ऑपरेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा एम्बुलेंस की सुविधा प्रदान की जाती है। साथ ही ऑपरेशन के बाद उन लोगों को निरूशुल्क दवा भी उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने बताया कि मरीजों का ऑपरेशन करने के लिए सदर अस्पताल और डुमरांव अनुमंडल अस्पताल का चयन किया गया है। जहां चिकित्सकों की निगरानी में ऑपरेशन किया जाएगा।
एसपीओ और राज्य स्वास्थ्य मंत्री ने जारी किए हैं निर्देश
वीडीसीओ पंकज कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ परमेश्वर प्रसाद द्वारा राज्य के सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी कर जिले के सभी फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत हाइड्रोसील मरीजों का आगामी मार्च 2025 तक ऑपरेशन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर हाइड्रोसील मरीजों के सफलतापूर्वक ऑपरेशन कराने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि हाइड्रोसील की बीमारी यह प्रकार से असुविधा और सामाजिक कलंक का कारण बनता है। लेकिन उसका ऑपरेशन कराना मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि यह प्रक्रिया तरल पदार्थ को निकालकर पुनरावृत्ति को रोकती है और सामान्य जीवन को बहाल करती है। अमूमन ऐसा देखा जाता है कि यह प्रक्रिया सुरक्षित होने के साथ साथ मरीज जल्दी स्वस्थ भी हो जाते हैं।