सभी अभिभावक अपने बच्चों का अनिवार्य रूप से कराएं संपूर्ण टीकाकरण : डीडीसी

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सृदृढत्र करने और आमजन तक टीकाकरण की पहुंच को बढ़ाने के उद्देश्य से जिले के सभी प्रखंडों में चिन्हित दो-दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एचडब्ल्यूसी में टीकाकरण कॉर्नर विकसित कर माह में 12 दिन यानि प्रत्येक सप्ताह सोमवार, मंगलवार और गुरुवार को नियमित टीकाकरण किया जाएगा।

सभी अभिभावक अपने बच्चों का अनिवार्य रूप से कराएं संपूर्ण टीकाकरण : डीडीसी

- सदर प्रखंड के नदांव एचडब्ल्यूसी पर टीकाकरण कॉर्नर का स्वास्थ्य मंत्री ने किया वर्चुअल उद्घाटन

- उपविकास आयुक्त ने टीकाकरण कॉर्नर पर बच्चों को दी पोलियो की खुराक

- जिले में 22 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बनाए गए टीकाकरण कॉर्नर

केटी न्यूज/बक्सर

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सृदृढत्र करने और आमजन तक टीकाकरण की पहुंच को बढ़ाने के उद्देश्य से जिले के सभी प्रखंडों में चिन्हित दो-दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एचडब्ल्यूसी में टीकाकरण कॉर्नर विकसित कर माह में 12 दिन यानि प्रत्येक सप्ताह सोमवार, मंगलवार और गुरुवार को नियमित टीकाकरण किया जाएगा। इसे लेकर जिला के 22 चिन्हित हेल्थ एंड वेलनेंस सेंटर पर बनाये गये टीकाकरण कॉर्नर में टीकाकरण की शुरूआत की गयी। रविवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सदर प्रखंड के नदांव हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर नियमित टीकाकरण कार्नर का वर्चुअल उद्धाटन किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल में लोगों को कहा कि राज्य में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सुदृढ़ और गुणवत्तापूर्ण बनाया जा रहा है। इसी क्रम में टीकाकरण कॉर्नर बनाए गए हैं। राज्य में पूर्ण टीकाकरण का 95 प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने जा रहा है। चिन्हित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर छूटे लाभार्थियों को भी आशा या उत्प्रेरक कर्मियों के माध्यम से टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाना है।  

बच्चों को संपूर्ण टीकाकरण का लाभ दिलाना अनिवार्य :

इस क्रम में उपविकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल ने फिता काटकर टीकाकरण काॅर्नर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए उन्हें संपूर्ण टीकाकरण का लाभ दिलाना अनिवार्य है। इसलिए सरकार ने इसके लिए नियिमत टीकाकरण का अभियान शुरू किया था। लेकिन, उसके बावजूद कुछ लाभुक टीकाकरण का लाभ पाने से वंचित रह जाते हैं। इसलिए जिले के चयनित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीकाकरण कॉर्नर की शुरुआत की गई है। उन्होंने जिले के सभी अभिभावकों से अपने बच्चों को टीकाकरण लाभ दिलाने की अपील की है। वहीं, सिविल सर्जन डॉ. अरूण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य सरकार और जिला स्वास्थ्य समिति ने शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की है। ताकि, एक भी लाभुक गर्भवती महिला व बच्चा टीकाकरण के लाभ से वंचित न रह जाए।

टीकाकरण सेवाओं को सुगम और ​अधिक सुलभ बनाया जा रहा है :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. विनोद प्रताप सिंह ने बताया कि ब्रह्मपुर प्रखंड के देवकुली व राजपुर, सदर प्रखंड में नदांव व बरुना, चक्की के भरियार व जवही दियर, चौगाई के अमसारी व वीरपुर, चौसा के पावनी व सोनपा (एपीएचसी), डुमरांव के लाखन डिहरा व कोरानसराय, इटाढी प्रखंड के हरपुर जलवासी व इंदौर, केसठ के कतिकनार व रामपुर, नवानगर के कड़सर और कंजिया, राजपुर के खरहना व जलहरा तथा सिमरी के आशा पड़री और नियाजीपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीकाकरण कॉर्नर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण सेवाओं को सुगम और ​अधिक सुलभ बनाया जा रहा है। ताकि बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए समय पर और व्यापक स्तर पर टीकाकरण सेवाएं प्रदान की जा सकें। सही समय पर टीकाकरण कराने के लिए आमजन को आशा तथा आंगनबाड़ी कर्मियों के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है। इसके माध्यम से ग्रामीण तथा दूरदराज इलाके में नियमित टीकाकरण का कवरेज बढ़ेगा।

मौके पर डीपीएम मनीष कुमार, डीपीसी जावेद आब्दी, डीसीएम हिमांशु कुमार सिंह, डीएमईओ अमित अंकुर, यूनिसेफ एसएमसी कुमुद मिश्रा, यूएनडीपी के कोल्ड चेन मैनेजर मनीष श्रीवास्तव, सरद प्रखंड के बीएचएम प्रिंस कुमार सिंह, बीएमसी आलोक कुमार, सीएचओ प्रियंका सिंह, सीएचओ रौशनी कुमारी, मनीषा, मुखिया प्रतिनिधि पिंकी कुमार चौहान, पीरामल फाउंडेशन के अविनाश कुमार, रवि कुमार के अलावा स्थानीय आशा कार्यकर्ताएं और ग्रामीण मौजूद रहे।