खड़े ट्रक से टकराई कार, एनडीआरएफ जवान की मौत

खड़े ट्रक से टकराई कार, एनडीआरएफ जवान की मौत

आरा-पटना हाईवे पर मनभावन मोड़ एवं कोइलवर थाना के बीच हुई घटना

कार में सवार जवान की पत्नी, बेटी और बेटा गंभीर रूप से जख्मी, पटना में चल रहा इलाज

केटी न्यूज/आरा

आरा-पटना नेशनल हाईवे पर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के मनभावन मोड़ एवं कोइलवर थाना के बीच एक कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में कार पर सवार एनडीआरएफ जवान की मौत हो गई। वहीं पत्नी, पुत्री व पुत्र गंभीर रूप से जख्मी हो गए। सबों का इलाज पटना के निजी अस्पताल में चल रहा है। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। जानकारी के अनुसार मृतक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के घोड़ादेई गांव निवासी रिटायर्ड

दरोगा शंकर सिंह का 40 वर्षीय पुत्र नंद कुमार था। जख्मियों में नंद कुमार की 35 वर्षीया पत्नी महिमा देवी, 14 वर्षीया पुत्री श्रींजल सिंह एवं 12 वर्षीय पुत्र नमन सिंह शामिल है। मृतक नंद कुमार सिंह एनडीआरएफ जवान थे एवं वर्तमान में पटना के बिहटा में एनडीआरएफ-9 में तैनात थे। इधर मृत जवान के पिता रिटायर्ड दरोगा शंकर सिंह ने बताया कि वह पटना के बिहटा एनडीआरएफ में कार्यरत था और दानापुर स्थित क्वार्टर में अपने परिवार के साथ रहता था। बुधवार की शाम वह पत्नी महिमा देवी, पुत्र नमन सिंह एवं पुत्री श्रींजल सिंह के साथ कार से अपने गांव घोड़ादेई लौट रहा था। उसी दौरान मनभावन मोड़ एवं कोइलवर थाना के बीच कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में उनके बेटे नंद कुमार सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बहू महिमा देवी, पोती श्रींजल एवं पोता नमन सिंह का इलाज पटना के निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद परिजन जवान के शव को आरा

सदर अस्पताल ले आए। कोईलवर थाने की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। बता दें कि मृत जवान नंद कुमार सिंह की वर्ष 2004 में बीएसएफ में नौकरी हुई थी। इसके बाद वर्ष 2017 में वह एनडीआरएफ में आ गए थे और उसी समय से पटना के बिहटा एनडीआरएफ-9 में जवान के रूप में तैनात थे। कुछ दिन पूर्व ही उनकी बदली पश्चिम बंगाल के कोलकाता हुई थी। बताया जाता है कि मृत जवान तीन भाई व दो बहन में बड़ा था। मृतक के परिवार में मां फुलवंती देवी, पत्नी महिमा देवी, पुत्री श्रींजल सिंह एवं पुत्र नमन कुमार है। एनडीआरएफ जवान की मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया। वहीं घर में चीख-पुकार मच गई।