पहाड़ो पर भारी बारिश व लगातार बादल फटने से बक्सर में मंडराया बाढ़ का खतरा

पिछले लंबे समय से पहाड़ो में हो रही भारी बारिश तथा बादल फटने की घटना से गंगा नदी उफनाने लगी है। बक्सर में भी गंगा ने रफ्तार पकड़ ली है। गंगा के इस रूप को देखते हए तटीय इलाके के लोग सहम गए है, वहीं जिला प्रशासन बाढ़ के संभावित चुनौतियों से निपटने में जुट गया है।

पहाड़ो पर भारी बारिश व लगातार बादल फटने से बक्सर में मंडराया बाढ़ का खतरा

- बक्सर में तेजी से बढ़ रही है गंगा, 52.68 मीटर पर पहुंचा जल स्तर

- कई जगहों पर हो रहा है कटाव, सहमे है तटीय इलाके के लोग

- डीएम ने अधिकारियों के साथ किया सिमरी प्रखंड के केशोपुर में कटाव का निरीक्षण, दिए कई आवश्यक निर्देश 

केटी न्यूज/बक्सर

पिछले लंबे समय से पहाड़ो में हो रही भारी बारिश तथा बादल फटने की घटना से गंगा नदी उफनाने लगी है। बक्सर में भी गंगा ने रफ्तार पकड़ ली है। गंगा के इस रूप को देखते हए तटीय इलाके के लोग सहम गए है, वहीं जिला प्रशासन बाढ़ के संभावित चुनौतियों से निपटने में जुट गया है। 

केन्द्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को गंगा आठ सेमी प्रति घंटा की स्पीड से बढ़ रही थी, जबकि गुरूवार को यह स्पीड पांच सेमी प्रति घंटा हो गया था। सुबह 11 बजे तक गंगा 52.68 मीटर तक पहुंच गई थी। हालांकि, अभी चेतावनी बिंदू से गंगा काफी नीचे है, लेकिन जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिस कारण अगले कुछ दिनों में इसे चेतावनी बिंदू या खतरे के निशान को पार करने की संभावना बनी हुई है। 

गंगा के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने से तटीय इलाके के लोगों की चिंता बढ़ गई है। खासकर उन्हें अपने परिवार के साथ ही पालतू पशुओं के रख-रखाव व चारा-पानी की चिंता बढ़ गई है।वहीं, गुरूवार को तेजी से बढ़ रही गंगा के कारण रामरेखा घाट, जहाज घाट, नाथ घाट के अलावे चौसा के कई घाटों की सीढ़िया डूबने लगी है। जल स्तर बढ़ने से अब गंगा घाट खतरनाक बनने लगे है। 

-- दियारा इलाके में तेज हुआ कटाव, डीएम ने लिया जाएगा

गंगा के जल स्तर में वृद्धि के साथ ही दियारा इलाके में कटाव तेज हो गया है। पिछले कुछ दिनों से सिमरी प्रखंड के केशोपुर महाबीर घाट पर कटाव हो रहा था।इसकी जानकारी मिलते ही गुरूवार को जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह पूरे लाव लश्कर के साथ मौके पर पहंुचे तथा कटाव का निरीक्षण कर कई आवश्यक निर्देश दिए।

उन्होंने मौके पर मौजूद बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता कन्हैया लाल को कटाव रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने तथा सैंड बैग आदि डालने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने इस दौरान बाढ़ पूर्व की तैयारियों का जायजा लिया तथा बाढ़ आने पर प्रभावित लोगों के वैकल्पिक आवासन, उनके भोजन, जरूरी दवाईयां तथा पशुओं के लिए चारा आदि की व्यवस्था पहले से कर लेने का निर्देश दिया। 

मौके पर उपस्थित ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि केशोपुर महाबीर घाट के अलावे भी कई जगहों पर कटाव शुरू हो गया है।जिलाधिकारी द्वारा उक्त स्थल का निरीक्षण भी किया गया। उन्होंने लोगों से कहा कि बाढ़ से डरने के बजाए हमें उस चुनौती से निपटने का प्रयास करना चाहिए। जिला प्रशासन इस ओर मुश्तैद है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ आने पर पहले से सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।

इस दौरान उनके साथ डुमरांव एसडीएम राकेश कुमार, डीसीएलआर सज्जाद, बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता कन्हैया लाल, सिमरी बीडीओ लोकेन्द्र कुमार यादव, सीओ भवानी शंकर पांडेय समेत कई कर्मी व ग्रामीण मौजूद थे।