संत जॉन सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल में पहुंचे एसडीपीओ डुमरांव अफाक अंसारी बोले - शिक्षा जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा, समय का सदुपयोग करें छात्र

शिक्षा जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा है। शिक्षा के माध्यम से ही संस्कार आती है। छात्रों को इस समय का भरपूर सदुपयोग करना चाहिए। डुमरांव में राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा पद्धति पर आधारित कई अच्छे स्कूल है, जो अनुमंडल के छात्रों के लिए वरदान सरीखा है। उक्त बातें बुधवार को डुमरांव डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी ने काली नगर स्थित संत जॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रांगण में छात्रों को संबोधित करते हुए कही।

संत जॉन सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल में पहुंचे एसडीपीओ डुमरांव अफाक अंसारी बोले - शिक्षा जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा, समय का सदुपयोग करें छात्र

- बच्चों में जागरूकता होना जरूरी - अधिवक्ता मनोज सिंह

- संत जॉन सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल में आयोजित हुआ क्रिसमस कार्नेमल, आयोजित हुआ था विज्ञान प्रदर्शनी व बाल मेला

केटी न्यूज/डुमरांव

शिक्षा जिंदगी का सबसे अहम हिस्सा है। शिक्षा के माध्यम से ही संस्कार आती है। छात्रों को इस समय का भरपूर सदुपयोग करना चाहिए। डुमरांव में राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा पद्धति पर आधारित कई अच्छे स्कूल है, जो अनुमंडल के छात्रों के लिए वरदान सरीखा है। उक्त बातें बुधवार को डुमरांव डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी ने काली नगर स्थित संत जॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रांगण में छात्रों को संबोधित करते हुए कही। अवसर था विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित क्रिसमस कार्नेमल सह विज्ञान प्रदर्शनी व बाल मेले का। इसके पूर्व डीएसपी, डुमरांव थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत, विद्यालय के निदेशक सह शिक्षाविद् डॉ. रमेश सिंह, सह निदेशक शुभम सिंह, प्राचार्य साक्षी सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। 

वही, छात्रों को प्रेरित करते हुए डीएसपी ने कहा कि उन्हें स्वयं का मूल्याकंन करना चाहिए तथा आत्मावलोकन में जो कमजोरी मिले उसे छोड़ने के बदले कठिन परिश्रम के द्वारा उसे दूर करना चाहिए। ऐसा करने वाले छात्र अपने जीवन में सफल होते है। उन्होंने कहा कि डुमरांव में शिक्षा की काफी अच्छी व्यवस्था है, उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में सीबीएसई पैटर्न व सिलेबस के अनुसार पढ़ाई हो रही है यह बहुत अच्छी बात है। उन्होंने उम्मीद जताया कि इस विद्यालय से निकले छात्र काफी अच्छा विद्यार्थी बनेंगे। 

वही, बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे सुप्रिम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सह चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता मनोज सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि छात्रों को जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही सफलता की पहली सीढ़ी है। सुप्रिम कोर्ट के अधिवक्ता ने छात्रों को क्रिसमस की बधाई देते हुए कहा कि ईश्वर एक है तथा सभी धर्म का मूूल भाव भी एक ही है। उन्होंने कहा कि हमे आपस में मिलजुलकर रहना चाहिए।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना हमारा एकमात्र लक्ष्य

जबकि विद्यालय निदेशक सह शिक्षाविद् डॉ. रमेश सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना उनका एकमात्र लक्ष्य है। इस लक्ष्य के लिए वे पिछले तीन दशक से प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि हमारे विद्यालय के कई छात्र अपने जीवन में उच्च शिक्षा व अच्छी नौकरी पा चुके है। हमारा प्रयास रहता है कि सभी को अच्छी व आधुनिक तकनीकी युक्त शिक्षा मिले, जिससे आज के कठिन प्रतियोगिता के दौर में हमारे विद्यालय के छात्र सफलता के झंडे गाड़ सकें। उन्होंने कहा कि छात्रों की सफलता ही हमारी पूंजी है तथा इस अपने लक्ष्य को निरंतर आगे बढ़ाना ही हमारे लिए धरोहर है। जबकि सह निदेश शुभम सिंह ने इस प्रयास के लिए विद्यालय के छात्रों व शिक्षकों को धन्यवाद दिया और कहा कि शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन में हमारे विद्यालय के छात्र नित नए आयाम स्थापित कर रहे है। 

इस दौरान अतिथियों ने छात्रों द्वारा बनाए गए विज्ञान व कला के मॉड्यूल का अवलोकन किया तथा बाल मेले में भी विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का लुफ्त उठाया। छात्रों द्वारा बनाए गए मॉड्यूल, पेंटिंग व अन्य कलाकृतियों की आगत अतिथियों ने जमकर सराहना की।

  कार्यक्रम को सफल बनाने में दिनेश कुमार, संतोष कुमार, धनजी दूबे, सत्यम कुमार, सुधीर कुमार, चंदन यादव, अमृत राज, आलोक कुमार, अशोक गुप्ता, अनिता उपाध्याय, संगीता सिंह, निलू सिंह, अनिशा खातून, नेहा कुमारी आदि शिक्षकों के अलावे विद्यालय के छात्रों का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम के दौरान नया भोजपुर ओपी प्रभारी मनीष कुमार समेत सैकड़ो अभिभावक व गणमान्य उपस्थित थे।