वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कालेजों की लापरवाही से स्नातक के हजारों परिणाम लंबित

चार वर्षीय स्नातक कोर्स के सेमेस्टर वन सत्र 2023-27 में कालेजों की लापरवाही के कारण अब भी हजारों छात्र-छात्राओं के रिजल्ट लंबित हैं। अंक रिपोर्ट के लिए विश्वविद्यालय के स्तर से भेजे गए फार्मेंट में कुल 12 कालम में जानकारी देनी थी। कालेजों ने एईसी (योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम) कालम को डिलीट कर अंक भेजा। इससे चार हजार से अधिक रिजल्ट लंबित हैं।

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कालेजों की लापरवाही से स्नातक के हजारों परिणाम लंबित
केटी न्यूज़, आरा: वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में चार वर्षीय स्नातक कोर्स के  सेमेस्टर वन सत्र 2023-27 में कालेजों की लापरवाही के कारण अब भी हजारों छात्र-छात्राओं के रिजल्ट लंबित हैं। अंक रिपोर्ट के लिए विश्वविद्यालय के स्तर से भेजे गए फार्मेंट में कुल 12 कालम में जानकारी देनी थी। कालेजों ने एईसी (योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम) कालम को डिलीट कर अंक भेजा। इससे चार हजार से अधिक रिजल्ट लंबित हैं। 
72 कालेजों में केवल 14 ने जानकारी कराई उपलब्ध 
विश्वविद्यालय के कुल 72 कालेजों में केवल 14 कालेजों ने कालम में  जानकारी उपलब्ध कराई है। एक कालम की कम जानकारी मिलने के कारण रिजल्ट तैयार करने वाले साफ्टवेयर में सभी छात्र-छात्राओं को अनुपस्थित दिखा दिया गया। इसकी जानकारी होने पर परीक्षा विभाग ने शेष कालेजों का रिजल्ट सुधार कर दिया। 
विभाग कड़ी मेहनत से रिजल्ट को सुधारने में लगा 
जानकार लोगों के अनुसार वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में अकेले नौ हजार से अधिक रिजल्ट लंबित थे। परीक्षा विभाग कड़ी मेहनत से रिजल्ट को सुधारने में लगा है। क्योंकि रिजल्ट गड़बड़ी होने पर परीक्षा विभाग को ही जिम्मेदार समझा जाता है। दूसरी ओर रिजल्ट को समय पर जारी नहीं करने होने से विश्वविद्यालय का सत्र पिछड़ने की संभावना प्रबल हो जाती है। विश्वविद्यालय ने राजभवन को परीक्षा और नामांकन के लिए समय सारणी उपलब्ध करायी है।
तकनीकी जानकारी के लिए प्रशिक्षण की जरूरत 
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में पहली बार चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के तहत नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित हुई। इसमें करीब 90 हजार से अधिक बच्चे शामिल हुए थे। च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत नामांकन, परीक्षा और उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में तकनीक प्रशिक्षण की जरूरत थी। विश्वविद्यालय ने नोडल पदाधिकारी बनाकर शिक्षक और प्राचार्यों को जानकारी दी गई। इसके तहत सभी जिले में कार्यशाला आयोजित हुआ। 
एक चूक विश्वविद्यालय के लिए सिरदर्द बना
इसमें केवल पाठ्यक्रम की जानकारी मिली। अन्य मुद्दों पर खास चर्चा नहीं हुई। यही चूक विश्वविद्यालय के लिए सिरदर्द बना है। क्योंकि, नया सत्र परंपरागत पाठ्यक्रम से हटकर है। परीक्षा नियंत्रक प्रो अनवर इमाम ने बताया कि जहां त्रुटि हुई है, उसको सुधारा जा रहा है। जल्द ही सभी रिजल्ट ठीक हो जाएंगे।