भारत में शुरू हुआ G20 शिखर सम्मेलन, अफ्रीकी संघ बना G2O का सदस्य, पीएम मोदी और ऋषि सुनक के बीच द्विपक्षीय बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

आज दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। G20 की शुरुआत होने से पहले मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप से हुई कई लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।

भारत में शुरू हुआ G20 शिखर सम्मेलन, अफ्रीकी संघ बना G2O का सदस्य, पीएम मोदी और ऋषि सुनक के बीच द्विपक्षीय बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क । आज से राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 की शुरुआत होने से पहले मोरक्को में आए भूकंप में हुई कई लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।
बता दें कि G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 8 सितंबर को भी विभिन्न देशों के जनप्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। PM मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, मॉरीशस के पीएम प्रविंद कुमार जुगनाथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता में शामिल हुए। G20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, भारत ने पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण को 20 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर की पहल का प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, समावेशी ऊर्जा परिवर्तन के लिए खरबों डॉलर की आवश्यक्ता पर बल दिया। 
पीएम मोदी ने आगे कहा हम वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन शुरू कर रहे हैं और भारत आप सभी को इस पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है। दिल्ली में आयोजन स्थल का नाम भारत मंडपम है। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने हाथ मिलाया। 
स्पेन की उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो ने कहा, "जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सहयोग करने और मिलकर काम करने की हमारी संयुक्त क्षमता में बहुपक्षवाद और विश्वास का बहुत मजबूत आह्वान किया गया है। आज सुबह की चर्चा इसी और यूरोपीय संघ के जी20 में शामिल होने के स्वागत पर केंद्रित रही। पेरिस और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलनों में की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए एक संयुक्त समझौता हुआ।"
अमेरिकी विदेश विभाग की हिंदुस्तानी प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड ने कह, जैसा कि आपने संयुक्त बयान में देखा, भारत और अमेरिका बड़े पैमाने पर सहयोग कर रहे हैं। इनमें क्रिटिकल और इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी शामिल हैं। हमने भारतीय इलेक्ट्रॉनिक वाहन परिवर्तन पर कुछ घोषणाएँ की हैंहमने छात्र गतिशीलता पर विभिन्न साझेदारियों की भी घोषणा की है। बता दें कि शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे, फ्रांस के राष्ट्रपति भी दिल्ली पहुंचे हैं।