खुशखबरी: गांव के प्रतिभा को निखरने का मिलेगा मौका खेल संस्कृति के विकास के लिए शहर व गांवों में गठित होगा खेल क्लब

खुशखबरी: गांव के प्रतिभा को निखरने का मिलेगा मौका खेल संस्कृति के विकास के लिए शहर व गांवों में गठित होगा खेल क्लब

- 15 सितंबर से शुरू है ऑनलाईन पंजीकरण, 14 अक्टूबर को है अंतिम तिथि

- नोडल पदाधिकारी ने दी जानकारी, खेल विभाग द्वारा गठित कराया जा रहा है खेल क्लब

केटी न्यूज/बक्सर

खेल संस्कृति के सर्वांगीण विकास के लिए अब सभी शहरी एवं ग्राम पंचायत क्षेत्रों में खेल क्लब का गठन किया जाएगा। विभाग द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। 15 सितंबर से इसके लिए विभाग के वेवसाईट पर ऑनलाईन पंजीकरण किया जा रहा है, 14 अक्टूबर तक चलेगा। खेल क्लब का गठन खेल विभाग, बिहार सरकार एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के द्वारा कराया जा रहा है। इसकी जानकारी नोडल पदाधिकारी सह उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा ने दी है। उन्होंने बताया है कि राज्य में खेल को बढ़ावा देने तथा खिलाड़ियों को मुलभूत सुविधाएं व संसाधन मुहैया कराने के उदेश्य से ही इस खेल क्लब का गठन किया जा रहा है।  

पंचायत खेल क्लब के लिए महत्वपूर्ण बिंदु:-

मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक पंचायत में एक खेल क्लब गठित होगा। क्लब के सदस्यों की आयु न्यूनतम 14 वर्ष एवं अधिकतम 45 वर्ष होना चाहिए। क्लब के सदस्यों में महिला एवं पुरूष दोनों की भागीदारी होनी चाहिए। क्लब के सदस्यों में खिलाड़ियों के अलावे शारीरिक शिक्षक, राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडी, एनआईएस प्रशिक्षक में से एक होना चाहिए एवं प्रत्येक पंचायत में खेल क्लब की गतिविधियों के सुचारू रूप से संचालन के लिए शिक्षा विभाग द्वारा उस पंचायत के विद्यालय में एक कमरा आवंटित किया जायेगा। जिसमें खिलाड़ियों के लिए खेल सामग्री रखी जाएगी। इस खेल क्लब के माध्यम से समय समय पर खिलाड़ियों को राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के अलावे अन्य प्रशिक्षकों से भी खेल की बारीकि समझने में मदद मिलेगी। जिससे उनके खेल कौशल का संपूर्ण विकास होगा।

इन खेलों को किया गया है शामिल

क्लब खेलों में फुटबॉल, कबड्डी, वॉलीबाल, हॉकी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, कुश्ती, चेस, कैरम, खो-खो, टेबल टेनिस, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, सेपकटाकरा, भारोतोलन मे से एक या अधिक खेलों को शामिल किया गया है। खिलाड़ी इनमें से किसी एक या उससे अधिक खेलों को खेलते हो, उन्हें इस क्लब का सदस्य बनाया जाएगा। खेल क्लबों के माध्यम से गांवों में छिपी खेल प्रतिभाओं का उभारने का प्रयास किया जाएगा। ताकी हमारे गांवों के खिलाड़ी भी अपनी प्रतिभा का परचम राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लहरा सकें।