रघुपति राम चंद्र जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है। इस साल 17 अप्रैल को रामनवमी धूमधाम से मनाई जाएगी।
केटी न्यूज़/दिल्ली
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है। इस साल 17 अप्रैल को रामनवमी धूमधाम से मनाई जाएगी।राम नवमी के दिन ही चैत्र नवरात्र का समापन भी होगा। लोग जो 9 दिन व्रत करते हैं वे राम नवमी के दिन पारण करके नवरात्रि के व्रत को पूरा करेंगे।
इस बार क्यों है रामनवमी खास
राम मंदिर बन जाने के बाद इस साल अयोध्या में रामनवमी और भी खास होगी।रामनवमी के अवसर पर अयोध्या के राम मंदिर में भगवान रामलला का सूर्य तिलक होगा।त्रेतायुग में चैत्र शुक्ल नवमी को भगवान राम का जन्म हुआ था।
राम जन्मोत्सव की कथा
राम नवमी के महत्व के बारे में पौराणिक मान्यताओं में बताया गया है कि चैत्र शुक्ल नवमी के दिन अयोध्या के राजा दशरथ के घर माता कौशल्या की कोख से विष्णु अवतार राम का जन्म हुआ था।भगवान राम को भगवान विष्णु का सातवां अवतार माना जाता है।भगवान राम ने सूर्य पुत्र राजा इक्ष्वाकु वंश में जन्म लिया था। इसलिए भगवान राम को सूर्यवंशी भी कहा जाता है।भगवान राम को “राम” नाम रघुकुल के गुरु महर्षि वशिष्ठ ने दिया था।तब से यह दिन राम नवमी के रूप में भगवान राम के जन्मोत्सव के तौर पर मनाया जाता है।राम जी हम सब के जीवन मे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाये जाते हैं।बाल्य अवस्था मे ही उन्होंने कई आश्चर्य चकित काम किये थे।भगवान श्री राम का असली और वास्तविक नाम दशरथ राघव था। अहिंकार रावण का वध करने के बाद उन्हें राम चंद्र नाम दिया गया था।
राम नवमी पर बने हैं ये शुभ योग
राम नवमी पर इस बार पूरे दिन रवि योग का शुभ संयोग बना है। इस बार राम नवमी पर भगवान राम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन आश्लेषा नक्षत्र पूर्ण रात्रि तक है।
आज राम जी की पूजा से बनी रहती है धन-संपदा
इस दिन मठों और मंदिरों में यज्ञ, हवन और भंडारे किए जाते हैं। राम नवमी के महात्म्य की बात करें तो इस दिन घर में पूजा पाठ करने और हवन करने से घर में सुख और संपन्नता बढ़ती है और माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। माता सीता को लक्ष्मी स्वरूपा माना गया है। भगवान राम के साथ माता सीता की पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आपको प्राप्त होती है और आपके घर में धन वृद्धि होती है।