पीसीसी रोड बनाने में बरती जा रही है अनियमितता, दरकने लगे रोड

नगर परिषद क्षेत्र में पीसीसी रोड, नाली, गली बनाने का काम हर वार्ड में लगा हुआ है। बहुत ऐसे रोड बन गए, लेकिन बनने से पहले प्राक्कलन का बोर्ड नहीं लगाया गया है। जिस मोहल्ले में काम लगा है, उन्हें जानकारी तक नहीं है कि कहां से कहां तक रोड और नाली का निर्माण हो रहा है।

पीसीसी रोड बनाने में बरती जा रही है अनियमितता, दरकने लगे रोड

- नगर के सभी वार्डों में नाली-गली बनाने का लगा हुआ है काम

केटी न्यूज/डुमरांव 

नगर परिषद क्षेत्र में पीसीसी रोड, नाली, गली बनाने का काम हर वार्ड में लगा हुआ है। बहुत ऐसे रोड बन गए, लेकिन बनने से पहले प्राक्कलन का बोर्ड नहीं लगाया गया है। जिस मोहल्ले में काम लगा है, उन्हें जानकारी तक नहीं है कि कहां से कहां तक रोड और नाली का निर्माण हो रहा है।

यहां तक पीसीसी रोड में जो बालू, सिमेंट और गिट्टी का का प्रयोग करने से पहले उसकी मात्रा कितनी होनी चाहिए, उसका पालन नहीं हो रहा है। यही कारण है कि बनने के साथ ही रोड दरकने लगा है। अभी एक सप्ताह पहले नगर के वार्ड 20 जो सिकरौल-डुमरांव राजवाहा के सामने बायी तरफ दर्जन भर नई बस्ती बसी हुई है। इन्हीं बस्तियों में जाने के लिये पीसीसी रोड बनाए गए हैं। सभी रोड में लगभग दरार पड़ गए हैं।

कई रोड ऐसे बने हैं, जिसमें नाली का नामानिशान तक नहीं है।इन कॉलोनियों में शिक्षक नगर, राधिका नगर सहित अन्य कॉलोनी हैं, जिसमें पहले खेती होती थी। लिहाजा रोड बनाने से पहले मिट्टी गिराया गया है। मिट्टी तो गिरा दिया गया, लेकिन उस पर रोलर चलाकर बैठाया नहीं गया और उसी पर पीसीसी  ढलाई कर दिया गया।

मिट्टी को बगैर दबाए रोड बना दिये जाने और पीसीसर ढलाई के लिये जो सिमेंट और बालू की मात्र होनी चाहिए, उसका पालन नहीं किया गया है। लिहाजा रोड बीच से फटना शुरू हो गया है।जानकारों का कहना है कि जिस मिट्टी पर रोलर नहीं चलाया गया और पीसीसी ढलाई कर दिया गया, ज्यादा दिन तक टीक नहीं पाएगा।

बरसात के दिनों में दरार से पानी भीतर जाकर मिट्टी को गलाना शुरू करेगा जिससे पीसीसी रोड टूटने लगेगा। इसके पहले भी वार्ड 23 और 24 में पीसीसी रोड का निर्माण हुआ था, जिसमें अनियमितता बरती गई थी, जिसे केशव टाइम्स से खबर चलाया था। बनने के साथ ही उसमें दरार पड़ गया था, और टूटने लगा था। टूटे भाग को बनाया गया, उसी तरह की स्थिति इन रोड में आ सकती है।

मालूम हो की रोड सही बनवाने की जिम्मेवारी नप के जेई पर रहती है, लेकिन दो जेई रहते हुए भी कोई झांकने तक नहीं जाता, जिससे रोड गुणवत्तापूर्ण नहीं बन रहे हैं। जेई सोनू कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया की एक दर्जन योजनाओं को ही मैं देख रहा हूं, अन्य को जेई अंजनी कुमार देख रहे हैं।