स्कूल के गेट पर लटका रहा ताला, समय पर नहीं पहुंच रहे शिक्षक
केटी न्यूज/जहानाबाद
बिहार में शिक्षा विभाग के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा दिलाने की तमाम कोशिशों के बावजूद स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही पूर्ण रवैये से बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। ऐसा ही कुछ नजारा मखदुमपुर डीह स्थित उर्दू प्राइमरी स्कूल में देखने को मिला। जहां स्कूल के गेट पर ताला लटका रहा और बच्चे इन्तेजार में बैठे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल खुलने का समय 6:30 बजे है लेकिन 8:10 में भी स्कूल का ताला नहीं खुला और आरोप लगाया कि इस विद्यालय की वर्षों से यही हालात है। यहां सरकारी मनमानी हमेशा से ही हावी है। मंगलवार की सुबह बच्चे स्कूल के गेट पर बैग लेकर बैठे रहे और गेट पर ताला लटका रहा। स्कूल के टाईमिंग से दो घंटे बाद भी स्कूल का गेट नहीं खुलता है।
पता करने पर जानकारी मिली कि प्रिंसीपल मैडम चाभी लेकर चली गई हैं। वो गया से आएंगी तभी स्कूल खुलेगा। इस बीच कैमरा देख मौजूद शिक्षकों ने बच्चों को लाइन में लगा कर प्रार्थना करा दी। लेकिन बच्चे कहां बैठे यह बड़ा सवाल था। प्रभारी मैडम तो चाभी लेकर पहुंची ही नहीं। बताया गया की इस स्कूल में कुल 10 शिक्षक हैं। जिनमें से केवल तीन शिक्षक ही आज समय से विद्यालय पहुंच सके है। प्रतिदिन शिक्षकों का यही लेटलतीफी चलता रहता है। कोई सात बजे तो कोई आठ बजे और तो प्रिंसिपल मैडम का तो क्या ही कहना बस इन्तेजार कीजिये हम आते है वाला रवैया है। कब आएंगी कुछ पता नहीं। ग्रामीणों ने प्रिंसिपल बेबी तबस्सुम पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की। साथ ही ग्रामीणों ने स्कूल प्रभारी पर बच्चों को मिड डे मील देने में भी अनिमियता बरतने का आरोप लगाया है।