शैक्षणिक परिभ्रमण पर निकले राज हाईस्कूल के छात्रों ने ऐतिहासिक स्थलों का किया भ्रमण

राज प्लस टू उच्च विद्यालय के नवम वर्ग का रिजल्ट घोषित होने के बाद बच्चों में काफी खुशी थी। इसी खुशी में उन्हें शैक्षिक ऐतिहासिक स्थलों को घुमाने के लिये कार्यक्रम बना, जिससे उनकी खुशी दोहरी हो गई। बिहार शैक्षिक भ्रमण हेतु ऐतिहासिक स्थलों का मंगलवार दिनांक 8 अप्रैल 2025 को सासाराम ले जाया गया।

शैक्षणिक परिभ्रमण पर निकले राज हाईस्कूल के छात्रों ने ऐतिहासिक स्थलों का किया भ्रमण

केटी न्यूज/डुमरांव   

राज प्लस टू उच्च विद्यालय के नवम वर्ग का रिजल्ट घोषित होने के बाद बच्चों में काफी खुशी थी। इसी खुशी में उन्हें शैक्षिक ऐतिहासिक स्थलों को घुमाने के लिये कार्यक्रम बना, जिससे उनकी खुशी दोहरी हो गई। बिहार शैक्षिक भ्रमण हेतु ऐतिहासिक स्थलों का मंगलवार दिनांक 8 अप्रैल 2025 को सासाराम ले जाया गया।

भ्रमण के निकले बच्चों में काफी उत्साह था। सासाराम का मुख्य आकर्षण का केन्द्र वहां का शेरशाह रौजा को माना जाता है। लिहाजा छात्रों को सबसे पहले शेरशाह का मकबरा दिखाया गया। यह मकबरा तलाबों के बीचोबीच में बना है, जो खुबशुरती का मिशाल पेश करता है। शेरशाह मकबरा तक जाने के लिये तलाब में ही पुल बना हुआ है, जिससे गुजरते हुए बच्चे रोमांचित हो रहे थे।

साथ में जो शिक्षक थे, सभी जानकारी उन्हें मुहैया करा रहे थे। सासाराम में पहाड़ो पर मां ताराचंडी और पायलट बाबा मंदिर विराजमान है। बच्चों ने पहाड़ों के वादियों में इन मंदिरों में घुम जमकर आनंद उठाने के साथ ज्ञान प्राप्त किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य अनुराग मिश्रा के अध्यक्षता में इस बिहार शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया जिसमें सभी विद्यालय के

शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने अपनी महिती भूमिका निभाई बच्चों को नोडल टीचर के रूप में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक श्री तेज प्रताप यादव, नफीस नाज, संतोष उपाध्याय, अभयानंद प्रजापति, के के ओझा, उपेंद्र यादव, के बी प्रसाद, कुमारी श्वेता, बृजेश कुमार, चौबे, राजेश कुमार गुप्ता, परमजीत राम, उमेश कुमार ओझा, अभिमन्यु प्रताप सिंह आदि ने ऐतिहासिक स्थलों का महत्व बताई जो कि बच्चों के विषय के साथ-साथ उनके सामान्य ज्ञान को भी बढ़ता है।

बच्चों को प्रत्यक्ष रूप से ऐतिहासिक स्थलों का दर्शन कराया गया एवं उसकी पृष्ठभूमि और कहानी को बताया गया बच्चों ने बड़े ही गहनता के साथ और एकाग्रचित होकर सभी पर्यटन स्थलों का बहुत आनंद लिया और अपने विद्यालय को बहुत-बहुत थैंक यू भी बोला। शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे तमाम एक्टिविटीज हो रहे हैं, जिससे कि बच्चों में पढ़ाई के प्रति और अपने भविष्य के प्रति सजक करता है,

प्रधानाचार्य के द्वारा हर ऐतिहासिक स्थल पर उसकी महत्ता को समझाते हुए बच्चों से संकल्प लिया गया कि अगर आप दिन संकल्पित होकर अपने कार्य का प्रति सजग रहते हैं तो विभाग एवं विद्यालय दोनों आपके उज्जवल भविष्य के लिए हर कार्य को करने की कोशिश करेगा और बहुत शुभकामनाओं के साथ उन्होंने बधाई दी।