स्मृति ईरानी नामांकन से पहले यहां लगायेंगी हाज़री
बीजेपी केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी तीसरी बार सोमवार को अमेठी लोकसभा से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।नामांकन से एक दिन पहले बड़ा दांव खेला है।वह रविवार को रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगी।
केटी न्यूज़/दिल्ली
बीजेपी केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी तीसरी बार सोमवार को अमेठी लोकसभा से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।नामांकन से एक दिन पहले बड़ा दांव खेला है।वह रविवार को रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगी।प्रभु श्रीराम का दर्शन करने के बाद केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी तीसरी बार सोमवार को अमेठी लोकसभा से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। स्मृति ईरानी कल सुबह 11 बजे अयोध्या में प्रभु श्रीराम का दर्शन करने के बाद अमेठी पहुंचेगी।
जहां वो आठ सिद्धपीठों और आश्रमों के जाकर माथा टेकेंगी। स्मृति ईरानी सोमवार को अपने आवास पर हवन पूजन करने के बाद कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। नामांकन के पहले सांसद रोड शो भी करेंगी, जिसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल होंगे।
स्मृति ने 26 अप्रैल को जनता को मतदान के लिए प्रेरित करते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज मतदान हो रहा है।मैं देशवासियों से रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने हेतु आग्रह करती हूं। विशेष रूप से नारीशक्ति और युवाशक्ति से अनुरोध है कि भारत को विकास के पथ पर निरंतर बढ़ाने के लिए वोट अवश्य करें।स्मृति ईरानी लगातार जनसंपर्क में लगी हुई हैं।एक्स हैंडल पर उन्होंने जनसंपर्क की तस्वीरें साझा की थीं।
उन्होंने कहा था, 'अमेठी लोकसभा के अंतर्गत मुसाफिरखाना ब्लॉक में ग्राम सूरपुर काशीपुर, अढ़नपुर, गाजनपुर तथा रामलीला मैदान में आज परिवारजनों के साथ अमेठी में हुए विकास कार्यों के संबंध में संवाद किया एवं विकास की गति को निरंतर रखने के लिए कमल खिलाने हेतु निवेदन किया। अमेठी में समाज के सभी वर्गों का विश्वास आज प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ है।'
इससे पहले राहुल गांधी के राम मंदिर जाने वाली खबर को लेकर स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि, हमें बताया गया है कि वायनाड में मतदान के बाद कांग्रेस उम्मीदवार यहां पहुंचेंगे, लेकिन पहले वो राम मंदिर जाएंगे। उन्होंने राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया था, लेकिन अब वे मंदिर जाएंगे। उन्हें लगता है कि इससे उन्हें वोट मिल सकते हैं, यानी अब वो भगवान को भी धोखा देने जाएंगे।'