एक साल पूर्व हुई थी शादी: फंदे से लटका बेटी की लाश देख उग्र हुए मायकेवालों ने घर में लगाई आग, सास-ससुर की जिंदा जलकर मौत

ससुराल में नवविवाहिता की रहस्यमय मौत से आक्रोशित मायकेवालों ने ससुराल पक्ष के लोगों को उनके घर मे बंद कर पूरे घर को आग के हवाले कर दिया। उक्त घटना यूपी के प्रयागराज जनपद में मुट्‌ठीगंज इलाके की है। इस घटना में सास-ससुर की जिंदा जलकर मौत हो गई

एक साल पूर्व हुई थी शादी: फंदे से लटका बेटी की लाश देख उग्र हुए मायकेवालों ने घर में लगाई आग, सास-ससुर की जिंदा जलकर मौत

 

केटी न्यूज/प्रयागराज।

 ससुराल में नवविवाहिता की रहस्यमय मौत से आक्रोशित मायकेवालों ने ससुराल पक्ष के लोगों को उनके घर मे बंद कर पूरे घर को आग के हवाले कर दिया। उक्त घटना यूपी के प्रयागराज जनपद में मुट्‌ठीगंज इलाके की है। इस घटना में सास-ससुर की जिंदा जलकर मौत हो गई। वहीं घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घर से पांच लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन कर बचाया।

इलाके के धूमनगंज के रहने वाले सरदारी लाल की बेटी अंशिका की पिछले साल फरवरी में मुट्ठीगंज थाने के पास रहने वाले अंशु केसरवानी के साथ शादी हुई थी। अंशु की घर के निचले हिस्से में ही फर्नीचर की दुकान है। सोमवार को देर रात अंशिका के घर वालों को यह सूचना मिली कि उसने फांसी लगाकर जान दे दी है। मायकेवाले उसके ससुराल पहुचें, तो उन्हें पूरा मामला संदिग्ध लगा। इसके बाद घर वालों ने हंगामा शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि पहले बेटी को जलाने की कोशिश की गई और फिर फंदे पर टांग दिया।

मायकेवालों ने अंशिका का शव घर से निकालकर बाहर सड़क पर रख दिया। देखते ही देखते बवाल बढ़ गया। दुकान में आग लगा दी गई। फिर ससुरालवालों को मकान में ही जलाने की प्रयास की गई। जिसके तहत पुरे घर में आग लगा दी। देखते-देखते ही आग पूरे घर में फैल गई। वहीं घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिसकर्मी मौके पर पहुंची। इसके साथ फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची जिसकी मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया गया।

प्रयागराज के डीसीपी सिटी, दीपक भूकर के बताया कि पुलिस टीम पहुंची तो दोनों पक्षों के लोग झगड़ा कर रहे थे। पुलिस ने घर से पांच लोगों को रेस्क्यू करके बाहर निकाला और फायर ब्रिगेड को बुलाया। आग पर काबू पाने के बाद मंगलवार को भोर में जब पूरे मकान का सर्च किया गया तो दो लाशें अंदर मिलीं। जिसकी पहचान मृतका के ससुर राजेंद्र केसरवानी और सास शोभा देवी के रूप में हुई।