मोदी के नए मंत्रियों की सूची में इन इनका नाम हो सकता है शामिल, जानिए कारण

देश का जनादेश आ गया है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बहुमत मिल गया है। केंद्र में तीसरी बार NDA की सरकार बनने जा रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि मोदी की नई टीम कैसी होगी।

मोदी के नए मंत्रियों की सूची में इन इनका नाम हो सकता है शामिल, जानिए कारण

केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: नई दिल्ली: देश का जनादेश आ गया है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बहुमत मिल गया है। केंद्र में तीसरी बार NDA की सरकार बनने जा रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि मोदी की नई टीम कैसी होगी।

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में जनता ने जो फैसला दिया है, उससे सरकार भी बनेगी और मजबूत विपक्ष भी खड़ा होगा। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार NDA की सरकार बनने जा रही है, हालांकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) बहुमत के आंकड़े 272 से कम है और उसे 240 सीटें ही मिली हैं। NDA को कुल 293 सीटें मिली हैं, जिससे सत्ता की चाबी NDA के दो बड़े सहयोगी नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के हाथों में रहेगी। विपक्ष की बेंच पर 232 सीटों के साथ INDIA गठबंधन के सहयोगी राहुल गांधी और अखिलेश यादव जैसे चेहरे रहेंगे।

नरेंद्र मोदी ने बुधवार दोपहर राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया और शाम को उन्हें NDA का नेता चुन लिया गया। लोकसभा भंग की जा चुकी है और 8 जून को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। इस बीच, नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 में किसे मंत्रीपद मिल सकता है, इसे लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।

सूत्रों के अनुसार, चुनाव में जीते हुए सभी मंत्री फिर से मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस चुनाव में अमित शाह ने गांधीनगर (गुजरात), राजनाथ सिंह ने लखनऊ (उत्तर प्रदेश), नितिन गडकरी ने नागपुर (महाराष्ट्र), पीयूष गोयल ने मुंबई नॉर्थ (महाराष्ट्र), गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर (राजस्थान), और भूपेंद्र यादव ने अलवर (राजस्थान) से जीत दर्ज की है। इन्हें फिर से नरेंद्र मोदी की टीम में देखा जा सकता है। हालांकि, NDA में पोर्टफोलियो बंटवारे को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है।

लोकसभा में BJP को बहुमत नहीं मिलने के कारण नई कैबिनेट बनाना प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक चुनौती है। खबर है कि कुछ मंत्रियों को नई सरकार में रिपीट नहीं किया जाएगा, जबकि कुछ हारे हुए नेताओं को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, अमेठी से हारने वाली स्मृति ईरानी को दोबारा मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।

संवैधानिक प्रावधान के अनुसार, सरकार के मंत्रिपरिषद में लोकसभा के सदस्यों की कुल संख्या के 15 प्रतिशत तक मंत्री हो सकते हैं। यानी प्रधानमंत्री के अलावा उनकी टीम में 78 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। मोदी सरकार की तीसरी पारी में घटक दलों में से किसे और कितनी संख्या में कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाएगा, यह भी एक सवाल है।

NDA के प्रस्ताव में कुल 21 लोगों के नाम हैं, जिसमें पांचवें नंबर पर चंद्रबाबू नायडू और छठे नंबर पर नीतीश कुमार का नाम दर्ज है। TDP ने चुनाव में 15 सीटें जीती हैं, जबकि JDU ने 12 सीटें जीती हैं। माना जा रहा है कि ये दोनों पार्टियां अपने लिए कुछ बड़ी मांग रख सकती हैं। सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री जैसे एस जयशंकर और निर्मला सीतारमण राज्यसभा के सदस्य हैं।

गठबंधन में जो सबसे बड़ी पार्टी होती है, वह सबसे आगे होती है, लेकिन सहयोगी पार्टियों की मांगों को भी ध्यान में रखना होता है। BJP के सामने यह चुनौती होगी कि वह NDA के घटक दलों के सामने कितना नरमी दिखाती है।

मोदी सरकार की तीसरी पारी के लिए बन रही टीम में पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी शामिल किया जा सकता है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब टीम मोदी में शामिल हो सकते हैं। वहीं, चुनाव जीतकर आने वाले 'हम' के नेता जीतन राम मांझी भी अपनी दावेदारी रखेंगे।

नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ से पहले ही सरकार के कामकाज का रोडमैप बना लिया है। नतीजों के बाद उन्होंने अपने भाषण में भी इस ओर इशारा किया। सूत्रों के अनुसार, आज शाम मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची सौंपेंगे, जिसके बाद सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।