हो गया तय, नरेंद्र मोदी इस दिन तीसरी बार लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुना है। एनडीए की बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार होंगे। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन द्वारा सरकार बनाने के दावे की अटकलों के बीच, लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सभी संदेहों को दूर कर दिया है।

हो गया तय, नरेंद्र मोदी इस दिन तीसरी बार लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ

केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुना है। एनडीए की बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार होंगे। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन द्वारा सरकार बनाने के दावे की अटकलों के बीच, लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सभी संदेहों को दूर कर दिया है।

मंगलवार, 4 जून को घोषित हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों में एनडीए को सबसे अधिक सीटें मिली हैं। हालांकि, चुनावी परिणामों के बाद एनडीए में प्रधानमंत्री के चेहरे को लेकर चला 24 घंटे का सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार भी प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन इसके लिए उन्हें चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार का समर्थन जरूरी होगा। बीजेपी के पास अकेले 240 सीटें हैं, जबकि बहुमत के लिए 272 सीटों की जरूरत होती है। टीडीपी और जेडीयू के पास मिलाकर 28 सीटें हैं, जबकि चिराग पासवान की पार्टी के पास पांच सीटें हैं।

एनडीए संसदीय दल की बैठक में इस निर्णय के बाद अब एनडीए कल सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को संभावित है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।

यह भी ध्यान देने योग्य है कि विपक्षी दलों ने भी सरकार बनाने के दावे की अटकलें लगाई थीं, लेकिन एनडीए की स्पष्ट बढ़त ने इस दिशा में कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी। नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता और उनकी नीतियों के चलते बीजेपी और एनडीए ने एक बार फिर से बहुमत हासिल किया है।

चुनावी नतीजों ने दिखा दिया है कि नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता अब भी बरकरार है। उनके शासनकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों और सुधारों ने जनता का विश्वास जीत लिया है। एनडीए की बैठक में मोदी को उम्मीदवार चुनने के फैसले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गठबंधन में उनका वर्चस्व अब भी मजबूत है।

मोदी के प्रधानमंत्री बनने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि टीडीपी और जेडीयू जैसे सहयोगी दलों का समर्थन बना रहे। इनके बिना, एनडीए के लिए बहुमत पाना मुश्किल हो सकता है। लेकिन अब तक के संकेतों से यह साफ है कि एनडीए में सभी दल एकजुट हैं और मोदी के नेतृत्व को समर्थन दे रहे हैं।

8 जून को नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेना भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक क्षण होगा। उनके पिछले दो कार्यकालों में उन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए और देश को एक नई दिशा में आगे बढ़ाया। अब देखना यह होगा कि वे अपने तीसरे कार्यकाल में क्या नई योजनाएं और नीतियां लेकर आते हैं और देश के विकास को किस दिशा में ले जाते हैं।

आखिरकार, नरेंद्र मोदी की तीसरी बार शपथ ग्रहण की खबर ने भारतीय राजनीति में एक नई ऊर्जा का संचार किया है और जनता में भी उत्साह की लहर दौड़ गई है। अब सभी की निगाहें 8 जून पर टिकी हैं, जब नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे और देश को आगे ले जाने की दिशा में नए कदम उठाएंगे।