अपर समाहर्ता ने किया ब्रह्मपुर अंचल कार्यालय का निरीक्षण, सीओ को बायोमेट्रिक सिस्टम में चेकआउट सिस्टम लागू करने का दिया निर्देश
अपर समाहर्ता कुमारी अनुपम सिंह ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को अंचल कार्यालय ब्रह्मपुर का औचक निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता ने पाया कि अंचल कर्मी बायोमेट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज कर रहे है,
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
अपर समाहर्ता कुमारी अनुपम सिंह ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को अंचल कार्यालय ब्रह्मपुर का औचक निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता ने पाया कि अंचल कर्मी बायोमेट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज कर रहे है, लेकिन ऑनलाईन उपस्थिति का अवलोकन करने पर पाया गया कि कर्मियों द्वारा कार्यालय आगमन की प्रविष्टि तो की जाती है, परंतु कार्यालय छोड़ने की प्रविष्टि नहीं की जाती है। अंचलाधिकारी ब्रह्मपुर को निर्देश दिया गया कि बायोमेट्रिक सिस्टम में सुधार कराकर चेक आउट सिस्टम को लागू कराना सुनिश्चित करेंगे।
ई-मापी के लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन का सीओ को दिया निर्देश
अपर समाहर्ता ने परिर्माजन प्लस से संबंधित लंबित मामलों की समीक्षा की तथा अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी मामलों को ससमय निष्पादित कर जमाबंदी में सुधार कराना सुनिश्चित करेंगे।
वही, ई-मापी से संबंधित लंबित मामलों की समीक्षा के दौरान एडीएम ने पाया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में कुल 23 मामलें, वर्ष 2019-20 में कुल 10 मामलें, वर्ष 2020-21 में कुल 11 मामलें, वर्ष 2022-23 में कुल 19 मामलें एवं वर्ष 2023-24 में कुल 23 मामलें लंबित है। सभी लंबित मामलों को विशेष ध्यान देते हुए अंचलाधिकारी को शीध्र नियमानुसार कार्रवाई कर निराकरण करने का निर्देश दिया गया।
अभियान बसेरा-2 के सर्वेक्षित परिवारों को पर्चा देने का निर्देश
अभियान बसेरा-2 के निरीक्षण के दौरान एडीएम ने पाया कि कुल 336 सर्वेक्षित परिवारों के विरूद्ध कुल 43 परिवारों को ही पर्चा निर्गत किया गया है। उन्होंने इसे अंचल प्रशासन की लापरवाही मानी तथा सीओ को निर्देश दिया कि शेष सर्वेक्षित परिवारों को भी नियमानुसार जांचोपरांत भूमि का पर्चा शीघ्र निर्गत करें। उन्होंने कहा कि अभियान बसेरा-2 सरकार की अति महत्पवूर्ण योजना है, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अतिक्रमणवाद के लंबित मामलों पर लगाई फटकार
एडीएम ने निरीक्षण के दौरान बेदखली के संबंध में पूछनेे पर सीओ ने बताया कि इस अंचल में बेदखली के मामलें शून्य है। वही, अतिक्रमण वाद से संबंधित पंजी का अवलोकन करने पर एडीएम ने पाया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 12 मामलें, वर्ष 2022-23 में कुल 29 मामलें एवं वर्ष 2023-24 में कुल 11 मामलें लंबित है। उन्होंने इसे लापरवाही बताया तथा सीओ को फटकार लगाते हुए अतिक्रमणवाद के सभी लंबित मामलों में नियमानुसार कार्रवाई कर निष्पादन करने का निर्देश दिया।
दाखिल खारिज के लंबित मामलों का एक सप्ताह में करें निष्पादन
दाखिल-खारिज के मामलों के निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता को यह जानकारी मिली कि 75 दिनों से ज्यादा लंबित मामलें की संख्या 54 एवं 35 दिनों से ज्यादा लंबित मामलें की संख्या 47 है, जबकि जिला स्तरीय बैठकों में दाखिल खारिज के लंबित मामलों को विशेष रूचि लेते हुए मामलों का त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया जा चुका है। एडीएम ने कहा कि ऐसी लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि लंबित आवेदनों का निष्पादन एक सप्ताह में करते हुए अनुपालन प्रतिवेदित करेंगे।
एडीएम के निरीक्षण के दौरान अंचल कर्मियों की मुश्किलें बढ़ी रही। बता दें कि अभियान बसेरा-2 तथा दाखिल खारिज व परिमार्जन के मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए कई बार डीएम तथा अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा बार बार अंचल प्रशासन को निर्देश दिया जाता है। बावजूद कई अंचलों में अभी भी सरकार के महत्वपूर्ण इन योजनाओं के क्रियान्वयन की रफ्तार तेज नहीं हो सकी है। शुक्रवार को ब्रह्मपुर अंचल कार्यालय के निरीक्षण के दौरान खुद एडीएम कुमारी अनुपमा सिंह ने इसे देखा तथा सीओ से कार्य संस्कृति में सुधार लाने का निर्देश दिया।