बिना निंबंधन नहीं चलेगी नौकाएं, नाव में रखना होगा लाईफ जैकैट व ट्यूब - एसडीएम

बिना निंबंधन नहीं चलेगी नौकाएं, नाव में रखना होगा लाईफ जैकैट व ट्यूब - एसडीएम

- बलिया नाव दुर्घटना के बाद सख्त हुआ बक्सर प्रशासन, नाविकों के साथ बैठक कर दी चेतावनी 

- नाव दुर्घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए प्रशासन की पहल

फोटो- बैठक करते एसडीएम व थानाध्यक्ष, उपस्थित नाविक

केटी न्यूज/बक्सर

सोमवार को यूपी के बलिया माल्देपुर गंगा घाट पर भीषण नाव हादसा हुआ था। जिसमें डूबने से तीन लोगों की मौत हो गई थी, वही 27 लोगों की जान गोताखोरों ने हिम्मत दिखाते हुए बचा ली थी। इस घटना के बाद बक्सर प्रशासन काफी सख्त हो गया है। मंगलवर को डीएम के निर्देश पर बक्सर एसडीएम धीरेन्द्र कुमार मिश्र ने नगर थाने में सभी नाव संचालकों के साथ एक बैठक की। यह बैठक नौकाओं के सुरक्षित परिचालन तथा मानको के अनुसार नौका चलाने को लेकर किया गया था।

जिसमें एसडीएम ने स्पष्ट कहा कि बिना निबंधन नौकाओं का परिचालन करने वालों की नौकाएं जब्त कर ली जाएगी। उन्होंने नाविकों से हर हाल में अपनी नौकाओं का निबंधन कराने तथा उसकी मजबूती की जांच परख करने के बाद ही परिचालन करने को कहा। इसके अलावे उन्होंने सुरक्षा के लिहाज से नौकाओं में पर्याप्त मात्रा में लाईफ जैकेट तथा ट्यूब रखने का निर्देश भी दिया। एसडीएम ने कहा कि बिना मानकों को पूरा करन नौका दौड़ाने वाले नाविकों पर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा। बैठक में सर्किल इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार के अलावे दर्जनों नाविक मौजूद थे।

ओवरलोड परिचालन भी लगाई रोक

बैठक के दौरान एसडीएम ने नाविकों से ओवरलोड परिचालन नहीं करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधिकांश नौका दुर्घटनाएं ओवरलोड परिचालन के कारण ही होती है। नाविक अधिक मुनाफा कमाने के लालच में क्षमता से अधिक सवारियों को अपने नाव में बैठा लेते है। जिस कारण नाव दुर्घटना का शिकार हो जाती है। उन्होंने नाविकों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी सूरत में निर्धारित संख्या से अधिक यात्रियों को नहीं बैठाना है। एसडीएम के इस निर्देश पर नाविकों ने क्षमता से अधिक सवारियों को नहीं बैठाने का आश्वासन दिया। नाविकों ने अपने अपने नावों का निबंधन कराने तथा नाव में उचित मात्रा में लाईफ जैकेट या ट्यूब रखने पर भी हामी भरी। बता दें कि बक्सर के साथ ही जिले के दियारा इलाके में भी नावों का परिचालन बिना किसी मानक के हो रहा है। अधिकांश नाव जर्जर व पुरानी हैं। जिस पर क्षमता से दुगना से अधिक सवारियों को बैठा लोगों के जान के साथ खिलवाड़ किया जाता है।

सोमवार को प्रशासन ने चलाया था अभियान

बता दें कि सोमवार को मुंडन संस्कार में बक्सर के रामरेखा घाट पर हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी थी। इधर बलिया की घटना की खबर मिलते ही बक्सर प्रशासन रामरेखा घाट पहुंच नौका परिचालन का निरीक्षण किया था। इस दौरान बिना निबंधन के चलने वाले 3 नौकाओं को प्रशासन ने जब्त कर लिया था जबकि 7 नाविकों को भी हिरासत में लिया गया था। इस अभियान का नेतृत्व एसडीएम धीरेन्द्र मिश्र, नगर थानाध्यक्ष दिनेश मालाकार व सदर प्रखंड के बीडीओ कर रहे थे। इसके बाद प्रशासन ने मंगलवार को नाविकों के साथ बैठक कर उन्हें गाइड लाइन के पालन के निर्देश दिए है।

एक दशक पहले हो चुका है भीषण हादसा

बता दें कि बक्सर के ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के दल्लुपुर में वर्ष 2011 में एक भीषण नाव हादसा हुआ था, जिसमें एक साथ 42 लोगों की जान चली गई थी। बता दें कि अक्टूबर 2011 में दल्लुपुर गांव के पास गंगा के भागड़ में मजदूरों से लदी नाव डूब गई थी, जिसमें महिलाओं व बच्चों समेत कुल 42 जानें गई थी। इसके अलावे भी जिले में कई नाव दुर्घटनाएं हो चुकी है। 

कहते है एसडीएम

सुरक्षित नौका परिचालन के लिए नाविकों को कई आवश्यक निर्देश दिया गया है। उन्हें अपने नावों का निबंधन कराने, क्षमता से अधिक सवारियों को नहीं बैठाने तथा नाव में लाईफ जैकेट व ट्यूब रखने का निर्देश दिया गया है। - धीरेन्द्र कुमार मिश्र, एसडीएम, बक्सर