बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा बक्सर, कृषि विभाग करेगा प्रमाणित बीज का उत्पादन

बक्सर जिले में पहली बार कृषि विभाग द्वारा गेहूं के प्रमाणित बीज का उत्पादन किया जायेगा। राज्य सरकार व कृषि विभाग की ओर से प्रमाणित गेहूं योजना 2024-25 बीज उत्पादन के तहत किसानों द्वारा 400 हेक्टेयर में बीज उत्पादन किया जायेगा।

बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा बक्सर, कृषि विभाग करेगा प्रमाणित बीज का उत्पादन

- प्रमाणित गेहूं योजना 2024-25 बीज उत्पादन के तहत 400 हेक्टेयर में किया जायेगा बीज उत्पादन, चौसा के सिकरौल पंचायत से योजना के तहत गेहूं बुआई की हुई शुरूआत

केटी न्यूज/बक्सर 

बक्सर जिले में पहली बार कृषि विभाग द्वारा गेहूं के प्रमाणित बीज का उत्पादन किया जायेगा। राज्य सरकार व कृषि विभाग की ओर से प्रमाणित गेहूं योजना 2024-25 बीज उत्पादन के तहत किसानों द्वारा 400 हेक्टेयर में बीज उत्पादन किया जायेगा। इसी कड़ी में जिला कृषि पदाधिकारी अविनाश शंकर की उपस्थिति में प्रमाणित गेहूं बीज उत्पादन के लिए चौसा प्रखंड के सिकरौल पंचायत के कलस्टर में गेहूं की बुवाई सुपर सीडर एवं सीड ड्रील द्वारा किया गया। 

इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिले के तीन प्रखंडों को आधार बीज से प्रमाणित गेहूं बीज उत्पादन के लिए चयनित किया गया है। इसमें चौसा प्रखंड में 176 हेक्टेयर, राजपुर प्रखंड में 272 हेक्टेयर तथा इटाढ़ी प्रखंड में 27 हेक्टेयर भूमि में प्रमाणित गेहूं बीज का उत्पादन कराया जायेगा। 

वही, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी शेखर किशोर ने बताया कि प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए चयनित कृषकों के बीच आधार बीज का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए वैज्ञानिक तरीके से खेती करने साथ ही साथ खरपतवार प्रबंधन, सिंचाई एवं कीट प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ताकी बीज के लिए गेहूं का उत्पादन बेहतर हो। उन्होंने कहा कि किसानों को इसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है, वही विभाग द्वारा समय-समय पर इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी।

बता दें कि अबतक जिले के किसान गेहूं की बुआई के लिए बाहर से आने वाले बीज पर निर्भर थे। कभी बीज आने में विलंब होने पर गेहूं की बुआई पिछड़ जाती थी। इसके अलावे बीज की गुणवत्ता पर कई बार सवाल उठ चुका है। स्थानीय स्तर पर बेहतर बीज उत्पादन होने के बाद किसानों को समय से तथा उन्नत किस्म का बीज मिल सकेगा। जिससे किसान पिक ऑवर में गेहूं की बुआई कर उत्पादन को बेहतर कर सकते है। विभाग की इस योजना से किसानों में खुशी व्याप्त है।

मौके पर उप परियोजना निदेशक सह सहायक निदेशक पौधा संरक्षण बेबी कुमारी, सहायक निदेशक (शष्य) प्रक्षेत्र सहित कृषि विभाग के कई अन्य कर्मी, कृषक उत्पादक संगठन से जुड़े कृषक एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे।