अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू हुआ कैंसर का इलाज

अनुमंडलीय अस्पताल में शुरू हुआ कैंसर का इलाज

- टाटा मेमोरियल सेंटर से पांच डाक्टरों की टीम अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच किया योगदान

- मुंह, चेस्ट एवं बच्चेदानी के कैंसर का होगा इलाज

केटी न्यूज/डुमरांव 

अनुमंडलीय अस्पताल में अब कैंसर मरीजों का स्क्रीनिंग व शुरूआती इलाज शुरू कर दिया गया है। टाटा मेमोरियल अस्पताल टीएमसी के पांच डाक्टरों की टीम ने शुक्रवार को अस्पताल में अपना योगदान कर काम शुरू कर दिया है। यह टीम मुंह, छाती एवं बच्चेदानी में होने वाले कैंसर बीमारी की स्क्रीनिंग व इलाज करेंगे। योगदान करने वाली टीम में डॉ. हितेश रंजन, डॉ. सुषमा कुमारी, स्टाफ एएनएम, पूजा कुमारी, स्टाफ एएनएम कुमारी संध्या एवं डाटा ऑपरेटर सोनू कुमार शामिल हैं।

डाक्टरों की टीम प्रतिदिन ओपीडी में बैठ अपनी सेवा देंगी।विदित हो कि अनुमंडलीय अस्पताल के खुले हुए पंद्रह साल से अधिक का समय गुजर गया। लेकिन, पहली बार यहां कैंसर मरीज का इलाज शुरू हुआ है। 25 से 65 साल के मरीजों में ज्यादा कैंसर के लक्षण पाए जाते हैं, लिहाजा इस उम्र के पुरूष एवं महिला पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। टीम के सदस्यों ने केशव टाइम्स से बात करते हुए बताया कि मुंह, छाती एवं बच्चेदानी में ज्यादा कैंसर होने की उम्मीद होती है। मुंह का कैंसर जहां तंबाकु, चरस, गांजा, गुटखा, पान मसाला सहित अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से होता है।

वहीं बच्चेदानी में कैंसर कम उम्र में शादी से होता है। पहले कैंसर मरीज का स्क्रीनिंग टेस्ट कराया जाएगा। किसी मरीज में कैंसर होने का सक होगा तो उसकी जांच के लिए होमी भाभा कैंसर हॉस्पीटल मुजफ्फरपुर या कैंसर अस्पताल बनारस भेजा जाएगा। इस प्रोजेक्ट एवं फंड को एलकेम फाउंडेशन दवा कंपनी द्वारा किया जा रहा है। दवा भी मरीज को कंपनी द्वारा एवलेवल कराया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर मरीज का इलाज शुरू होगा। टीम का कहना है कि स्क्रीनिंग टेस्ट कराना बहुत जरूरी होता है।

शुरूआती दौर में यदि कैंसर का पता चलता है तो मरीज को स्वस्थ्य होने में कोई परेशानी नहीं आती है। यही ज्यादा दिन होने में इलाज में परेशानी तो होती ही है और मरीज की जान भी जा सकती है। लिहाजा समय रहते इसकी जांच कराकर इलाज शुरू कर देना चाहिए। प्रत्येक दिन कैंसर इलाज के लिए आए डाक्टरों की टीम ओपीडी में बैठेगी।

मरीज इनसे ओपीडी सेवा में मिल अपनी शंका दूर कर सकते हैं। सिस्टमेटिक तरीके से जांच शुरू होने से बीमारी का इलाज भी समय से शुरू हो जाएगा और शंका भी दूर हो जाएगा। अनुमंडलीय अस्पताल में कैंसर का इलाज शुरू होने से जिले के लोगों में हर्ष व्याप्त है।