बिग ब्रेकिंग: 600 करोड़ आए हलवाई के खाते में, गांव में मचा हड़कंप
बक्सर जिले के तिलक राय के हाता थाना क्षेत्र के बड़का राजपुर गांव में शनिवार की सुबह एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को सनसनी से भर दिया। गांव के हलवाई जितेंद्र साह के खाते में अचानक 600 करोड़ रुपये आने की जानकारी मिलते ही गांव में हलचल मच गई। जिस व्यक्ति के खाते में पहले सिर्फ 478 रुपये 20 पैसे थे, उसके पास एक झटके में 600 करोड़ रुपये पहुंच जाना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगता।
-- फिनो बैंक सीएसपी पर बैलेंस चेक के दौरान खुला राज, साइबर पुलिस जांच में जुटी
-- मानवीय भूल या हवाला का खेल? 600 करोड़ ने बड़का राजपुर में बढ़ाई धड़कनें
केटी न्यूज/सिमरी
बक्सर जिले के तिलक राय के हाता थाना क्षेत्र के बड़का राजपुर गांव में शनिवार की सुबह एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को सनसनी से भर दिया। गांव के हलवाई जितेंद्र साह के खाते में अचानक 600 करोड़ रुपये आने की जानकारी मिलते ही गांव में हलचल मच गई। जिस व्यक्ति के खाते में पहले सिर्फ 478 रुपये 20 पैसे थे, उसके पास एक झटके में 600 करोड़ रुपये पहुंच जाना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगता।

-- बाइक बनवाने गए थे, 200 रुपये निकालने की थी जरूरत
जितेंद्र साह, जो गांव में एक छोटी दुकान चलाते हैं और लगन के मौसम में कराही चढ़ाने का काम करते हैं, शनिवार सुबह अपनी खराब पड़ी बाइक बनवाने के लिए 200 रुपये निकालने गांव के ही फिनो बैंक सीएसपी पर पहुंचे। उन्हें पता था कि खाते में सिर्फ 478 रुपये 20 पैसे हैं और उसी में से 200 रुपये निकालकर वे बाइक बनवा लेंगे।

लेकिन जैसे ही सीएसपी संचालक ने बैलेंस चेक किया, स्क्रीन पर दिखी रकम देखकर दोनों की आंखें फटी रह गईं, 600,00,00,478.20। पहले दोनों को लगा कि यह किसी सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी है। तीन-चार बार मैसेज और स्क्रीन को रीफ्रेश करने के बाद भी जब राशि वही रही, तब मामला संदिग्ध लगने लगा। इसके बाद सीएसपी संचालक ने तत्काल सतर्कता बरतते हुए अकाउंट को फ्रीज करा दिया।
-- थाने पहुंचे हलवाई, पुलिस को भी नहीं हुआ यकीन
पूरे दिन ग्रामीणों से सलाह-मशविरा करने के बाद रविवार सुबह जितेंद्र साह सीधे तिलक राय के हाता थाना पहुंचे और सारी बात थानाध्यक्ष पूजा कुमारी को बताई। शुरुआत में पुलिस को भी विश्वास नहीं हुआ कि एक साधारण हलवाई के खाते में इतनी बड़ी राशि आ सकती है। लेकिन मैसेज और बैंक एंट्री की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत इसे साइबर थाना, बक्सर को अग्रसारित कर दिया। इसके बाद साइबर पुलिस ने खाते को फ्रीज करते हुए तकनीकी जांच शुरू कर दी।
-- जांच के कई एंगल, मानवीय भूल या हवाला कारोबार?
पुलिस कई संभावित एंगल पर जांच कर रही है, जिनमें बैंक की मानवीय भूल, हालांकि, इतनी बड़ी रकम की गलत एंट्री होना लगभग असंभव माना जाता है, फिर भी पुलिस इस बिंदु को नजरअंदाज नहीं कर रही।दूसरा, कई बार अपराधी गिरोह बड़े पैमाने पर कैश मूवमेंट छिपाने के लिए ग्रामीण या निष्क्रिय खातों का इस्तेमाल करते हैं। आशंका है कि कहीं किसी गिरोह ने बड़ी ट्रांजैक्शन को कवर करने के लिए यह रकम इनकी तरफ मोड़ी न हो।तीसरा साइबर फ्रॉड या तकनीकी गड़बड़ी व फिनो बैंक से ट्रांजैक्शन का स्रोत, भेजने वाले का खाता, आईपी एड्रेस और सर्वर लॉग आदि की जांच चल रही है।

-- गांव में बना चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा
बड़का राजपुर में यह घटना पिछले 24 घंटों का सबसे बड़ा विषय बनी हुई है। लोग जितेंद्र के घर पहुंच रहे हैं, मोबाइल पर आए मैसेज की तस्वीरें देख रहे हैं और कई तो इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे। गांव की चौपाल से लेकर खेत-खलिहान तक बस एक ही सवाल, 600 करोड़ आखिर आए कहां से।जितेंद्र स्वयं भी इस घटना से सहमे हुए हैं। उन्होंने बताया कि इतना पैसा देखकर तो अच्छा लगता है, लेकिन दिल डर से धड़कने लगता है कि कहीं कोई मुसीबत न आ जाए। इसीलिए मैंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
-- साइबर पुलिस ने जारी की चेतावनी
साइबर पुलिस ने जितेंद्र को फिलहाल हर अनजान कॉल, मैसेज या लिंक से दूर रहने की सलाह दी है। बैंक से पूरी लेनदेन रिपोर्ट, फंड का सोर्स और तकनीकी डेटा खंगाला जा रहा है। अधिकारी इस मामले को असाधारण और संवेदनशील बता रहे हैं।

-- अब नजर जांच रिपोर्ट पर
600 करोड़ रुपये की यह रहस्यमयी एंट्री पूरे जिला और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन चुकी है। लोग मानवीय भूल से लेकर हवाला कारोबार तक हर संभावना पर चर्चा कर रहे हैं। अब सबकी नजर साइबर पुलिस की अंतिम रिपोर्ट पर है, जो यह स्पष्ट करेगी कि यह रकम गलती से आई या फिर इसके पीछे कोई बड़ा खेल छिपा है।बड़का राजपुर में हलवाई जितेंद्र साह के खाते में आए 600 करोड़ रुपये ने निश्चित रूप से इलाके में उत्सुकता, डर और रोमांच तीनों भावों को उभार दिया है और फिलहाल यह घटना बक्सर की सबसे बड़ी ’ब्रेकिंग’ बन चुकी है।
