छठिया पोखरा में तीन तरफ हो रहा चबूतरे का निर्माण
नगर का छठिया पोखरा छठ पूजा के लिये मशहूर है। लोग यहां छठ करने के लिये दूर-दूर से आते हैं। लोगों में वर्षों से यह आस्था चली आ रही है कि छठिया पोखरा में छठ पूजा करने से लोगों की मनौती पूरा होती है। लिहाजा नगर विदेश में या देश के विभिन्न शहरों में रहने वाले लोग छठ पूजा के लिये पहुंचते हैं।

- घाटों के अतिरिक्त छठ ब्रतियों को बैठने के लिये नहीं थी कोई व्यवस्था
केटी न्यूज/डुमरांव
नगर का छठिया पोखरा छठ पूजा के लिये मशहूर है। लोग यहां छठ करने के लिये दूर-दूर से आते हैं। लोगों में वर्षों से यह आस्था चली आ रही है कि छठिया पोखरा में छठ पूजा करने से लोगों की मनौती पूरा होती है। लिहाजा नगर विदेश में या देश के विभिन्न शहरों में रहने वाले लोग छठ पूजा के लिये पहुंचते हैं।
लगभग चालीस से पचास हजार की भीड़ पूजा के लिये जुटती है। ब्रती से लेकर उनके साथ आए लोगों को बैठने की जगह नहीं मिल पाती है। कोई रोड पर पूजा करता है तो कोई गढ्ढे में में। इस परेशानियों को देखते हुए छठ घाटों को चारोतरफ से जोड़ते हुए चबूतरे के निर्माण करने के लिये वार्ड 28 की वार्ड पार्षदा सुभद्रा देवी ने गत बैठक में आवाज उठाई थी, जिसे प्रोसीडिंग बुक में दर्ज कर लिया था।
चेयरमैन सुनीता गुप्ता ने भी छठ ब्रतियों की हो रही पेरशानी को देखते हुए इस पर शीघ्र काम कराने का निर्णय लेते हुए शुरू करा दिया है। इसमें तीन तरफ से चबूतरा बनाया जाएगा, इसका क्षेत्र भी चिन्हित कर लिया गया है। पूर्व वार्ड पार्षद सोनू राय की देखरेख में किया जा रहा है।
मालूम हो कि नगर का छठिया पोखरा राज परिवार के जिम्मे है, लिहाजा उनसे एनओसी लेना पड़ता है। ब्रतियों को बैठने के लिये चबूतरा बनाने की एनओसी मिलते ही काम को शुरू कर दिया गया है। इसकी जानकारी देते हुए चेयरमैन प्रतिनिधि सुमित गुप्ता ने बताया की चबूतरे का निर्माण की प्राक्कलित राशि 28 लाख है, जो तीन तरफ से बनेंगा।
पहला निर्माण प्रो. विक्रदेव सिंह के घर से काव नदी के पुल होते हुए अनुमंडल रोड तक पीसीसी रोड का निर्माण होते हुए चबूतरे को जोड़ा जाएगा। दूसरा निर्माण का स्थल प्रो. विक्रमदेव सिंह के घर से दलित बस्ती होते हुए चिल्ड्रेन पार्क तक पीसीसी चबूतरे का निर्माण होगा।
वहीं तीसरे चबूतरे का निर्माण मनोज गुप्ता के घर से शिवमंदिर होते हुए लक्ष्मी नारायण पाठक घर तक पीसीसी चबूतरे का निर्माण किया जाएगा। घाटों पर चबूतरे का निर्माण हो जाने से छठ व्रतियों और उनके साथ आने वाले परिवारों को बठने में कोई परेशानी नहीं होगी।