पंचायत की पहल से चिलहरी विद्यालय में बच्चों को मिली शीतल जल की सौगात
डुमरांव प्रखंड के चिलहरी ग्राम पंचायत की एक सराहनीय पहल के तहत मंगलवार को मध्य विद्यालय चिलहरी में विद्यार्थियों के लिए शीतल और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। पंचायत प्रतिनिधि राजू राय की उपस्थिति में विधिवत रूप से वाटर कूलर का उद्घाटन किया गया, जिसे विद्यालय को समर्पित कर दिया गया। इस नई सुविधा से स्कूल के सैकड़ों बच्चों को अब गर्मी में ठंडा और स्वास्थ्यवर्धक पानी मिलेगा।

-- गर्मी में राहत, स्वास्थ्य की सुरक्षा और शिक्षा के प्रति बढ़ा विश्वास
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव प्रखंड के चिलहरी ग्राम पंचायत की एक सराहनीय पहल के तहत मंगलवार को मध्य विद्यालय चिलहरी में विद्यार्थियों के लिए शीतल और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। पंचायत प्रतिनिधि राजू राय की उपस्थिति में विधिवत रूप से वाटर कूलर का उद्घाटन किया गया, जिसे विद्यालय को समर्पित कर दिया गया। इस नई सुविधा से स्कूल के सैकड़ों बच्चों को अब गर्मी में ठंडा और स्वास्थ्यवर्धक पानी मिलेगा।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनीष श्रीवास्तव ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि लंबे समय से विद्यालय में पेयजल की बेहतर व्यवस्था की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में बच्चों को ठंडा और स्वच्छ पानी मिलना अत्यंत आवश्यक है। इससे जहां बच्चों को राहत मिलेगी, वहीं जलजनित रोगों से भी बचाव होगा।
कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षक, छात्र-छात्राएं और अभिभावक प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बच्चों में वाटर कूलर को लेकर काफी उत्साह देखा गया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार की ओर से पंचायत प्रतिनिधि राजू राय और पूरी ग्राम पंचायत को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
पंचायत प्रतिनिधि राजू राय ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य, दोनों को पंचायत द्वारा सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा, बच्चों को अच्छा माहौल और बुनियादी सुविधाएं देना समाज की साझा जिम्मेदारी है। हम आगे भी विद्यालय की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हरसंभव सहायता करते रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि सरकारी विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था हमेशा से एक बड़ी चुनौती रही है। ऐसे में ग्राम पंचायत द्वारा स्कूल में वाटर कूलर की स्थापना एक प्रेरणादायक कदम है। यह पहल अन्य पंचायतों और जनप्रतिनिधियों के लिए भी एक मिसाल बन सकती है कि सामूहिक प्रयासों से शिक्षा व्यवस्था को कैसे मजबूत किया जा सकता है।